-पांच महीने से मानदेय नहीं मिलने से नाराज 112 डेली वेजेज कर्मचारियों ने ऑफिस बंद कर दिया धरना

-एजेंसीकर्मियों के आंदोलन को स्टूडेंट्स का 5ाी मिला समर्थन

VARANASI

आउट सोर्सिग के तहत संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में कार्य रहे कर्मचारियों का मानदेय पिछले पांच महीने से फंसा हुआ है। इससे क्षुब्ध एजेंसीकर्मियों ने बुधवार को सेंट्रल ऑफिस का वर्क ठप कराकर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान एजेंसी कर्मियों ने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। एजेंसी कर्मियों के आक्रोश को देखते हुए वीसी प्रो। यदुनाथ दुबे ने बकाया भुगतान जल्द कराने का आश्वासन दिया। हालांकि एजेंसी कर्मी तत्काल भुगतान की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। ऐसे में गतिरोध बरकरार है।

सीज किया गया है अकाउंट

आउट सोर्सिग के तहत भावना सिक्योरिटी व मैन पावर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड नामक एजेंसी के 112 कर्मचारी यूनिवर्सिटी में सफाई, माली, जेनरेटर ऑपरेटर, बिजली मिस्त्री का कार्य कर रहे हैं। दूसरी ओर सेंट्रल गवर्नमेंट ने भावना सिक्योरिटी को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया है। इतना ही नहीं अकाउंट भी जुलाई से ही सीज कर दिया गया है। इसके चलते एजेंसी कर्मियों का मानदेय का भुगतान जुलाई से रुका है। एजेंसी कर्मी इस उम्मीद से अब भी कार्य कर रहे हैं कि उन्हें बकाया मानदेय का भुगतान जल्द कर दिया जाएगा।

दिसंबर से सफाई ध्वस्त

इतना ही नहीं दिसंबर से हड़ताल पर जाने के कारण परिसर की सफाई व्यवस्था ध्वस्त चल रहीं है। बावजूद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन इन कर्मचारियों के पेमेंट के लिए अब तक कोई ठोस पहल नहीं कर रहा। ऐसे में बाध्य होकर एजेंसीकर्मी धरना-प्रदर्शन पर उतर आए हैं। खास बात यह है कि एजेंसी कर्मियों के आंदोलन को छात्रों का भी समर्थन मिल रहा है। संपलि अधिकारी नवीन शर्मा के मुताबिक एजेंसी कर्मचारियों से कार्य लिया गया है तो उन्हें पेमेंट भी किया जाएगा। इसके लिए विकल्प की तलाश की जा रही है ताकि विलीय अनियमितता से बचा जा सके। इस क्रम में किसी अन्य अधिकृत एजेंसी के माध्यम से इन कर्मचारियों का मानदेय देने के लिए रजिस्ट्रार को सुझाव दिया गया है। जल्द ही कोई रास्ता निकलने की उम्मीद है।