-कर्मचारियों के आंदोलन को खत्म कराने की मांग को लेकर की तोड़फोड़

-सुरक्षाकर्मियों से छात्रों की हुई धक्का-मुक्की

-दो दर्जन छात्रों पर कार्रवाई के लिए थाने में दी गई तहरीर

विभिन्न मांगों को लेकर अड़े कर्मचारियों के आंदोलन को खत्म व पठन पाठन शुरू कराने की मांग को लेकर शुक्रवार को संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स ने जमकर तांडव किया। आक्रोशित छात्रों ने कैंपस में तोड़फोड़ करने के बाद जमकर नारेबाजी की। कुछ स्टूडेंट्स ने वीसी रूम में भी घुसने का प्रयास किया। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए हंगामा व तोड़फोड़ करने वाले 20-25 छात्रों के खिलाफ चेतगंज थाने में तहरीर दी है। यही नहीं सीसीटीवी कैमरे के फुटेज भी पुलिस को सौंपा गया है। फुटेज के आधार पर उपद्रवी छात्रों की पहचान की जा रही है, ताकि उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

वीसी रूम में घुसने का किया प्रयास

इससे पहले इन स्टूडेंट्स ने कर्मचारियों का आंदोलन खत्म कराने की मांग को लेकर परिसर में जुलूस निकाला। इस बीच नारेबाजी करते हुए कुछ छात्र केंद्रीय कार्यालय स्थित वीसी कक्ष तक पहुंच गए और जबरन उनके कक्ष में घुसने का प्रयास करने लगे। रोकने पर छात्रों ने पुलिस व सुरक्षाकर्मियों के संग धक्का-मुक्की की। इस बीच कुछ छात्रों ने केंद्रीय कार्यालय के द्वार पर लगा शीशा भी तोड़ दिया। पुलिस ने तांडव कर रहे छात्रों को किसी तरह से समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद छात्र केंद्रीय कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गए। चीफ प्रॉक्टर प्रो। आशुतोष मिश्र ने बताया कि तोड़फोड़ व हंगामा करने के आरोप में 20-25 छात्रों के खिलाफ थाने में तहरीर दे दी गई है।

8वें दिन भी दफ्तर का ताला बंद

दूसरी ओर कर्मचारियों के आंदोलन के चलते आठवें दिन शुक्रवार को भी दफ्तर का कार्यालय नहीं खुल सका। कार्यालय का कामकाज पूरी तरह ठप रहा। पूरे दिन कर्मचारी केंद्रीय कार्यालय के सामने धरने पर बैठे रहे। कर्मचारी संघ वरिष्ठ सहायक मनोज शंकर शर्मा को मिले प्रतिकूल प्रविष्टि को वापस लेने की मांग को लेकर अड़ा हुआ है। यही नहीं अब कर्मचारी संघ ने एक मांग से बढ़ाकर दस मांग कर दी है। संघ के अध्यक्ष सुशील कुमार तिवारी ने प्रतिकूल प्रविष्टि वापस लेने के साथ ही एसीपी, पेपर फिलिंग, सप्तम वेतन का बकाया, पानी टंकी की सफाई सहित दस सूत्री मांगों के संबंध में वीसी को ज्ञापन भी सौंपा है। वहीं रजिस्ट्रार राज बहादुर ने संघ से आंदोलन समाप्त करने की अपील की है। साथ यह भी स्पष्ट किया कि प्रतिकूल प्रविष्टि चेतावनी मात्र है।