- संस्कृत यूनिवर्सिटी में टाइम बीत जाने के बाद भी अवैध रूप से रह रहे थे छात्र

-विवि प्रशासन कमरे खाली करने के लिए तीन बार दे चुका था अल्टीमेटम

संपूर्णानंद संस्कृत यूनिवर्सिटी में अवैध तरीके से हॉस्टल कब्जा किये छात्रों को शुक्रवार को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. तीन बार नोटिस देने के बावजूद छात्र हास्टल नहीं खाली करने पर अड़े थे. विवि प्रशासन ने पुलिस व एसएसबी जवानों संग हास्टल के सभी रूम खाली कराते हुए तत्काल सील भी कराया. हास्टल में करीब 250 छात्र अवैध रूप से रह रहे थे.

वीसी ने मांग कर दी थी खारिज

शास्त्री-आचार्य की परीक्षाएं आठ अप्रैल को ही समाप्त हो गई थी. छात्रों को नौ अप्रैल तक छात्रावास खाली करने की नोटिस दी गई. प्रतियोगी परीक्षाओं का हवाला देते हुए छात्रों ने छात्रावास खाली करने के लिए कुछ दिनों की मोहलत मांगी. इसके बाद दोबारा उन्हें मई के प्रथम सप्ताह तक हॉस्टल खाली करने की नोटिस दी गई. तीसरी बार छात्रों को तीन जून तक छात्रावास खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया था. इसके बाद भी तमाम छात्र छात्रावास में जमे हुए थे. छात्रावास खाली करने के लिए छात्र कुछ दिनों की और मोहलत मांग रहे थे. इस संबंध में छात्रों का एक प्रतिनिधि मंडल छह जून को वीसी से भी मिला था लेकिन उन्होंने उनकी मांग खारिज कर दी.

अंतरराष्ट्रीय हास्टल नहीं होगा खाली

चीफ वॉर्डेन प्रो. सुधाकर मिश्र ने बताया कि नवीन हास्टल के करीब 200 कमरों में 300 विद्यार्थियों को आवंटित किया गया था. ज्यादातर विद्यार्थी छात्रावास खाली कर चुके थे. उन्होंने बताया कि शोध छात्रावास पहले ही खाली कराया जा चुका है. शोध छात्रावास में इन दिनों मरम्मत का कार्य चल रहा है. वहीं इस साल अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास नहीं खाली कराया जाएगा.

नए सिरे से होगा आवंटन

ग्रीष्मावकाश खत्म होने के बाद शास्त्री द्वितीय व तृतीय तथा आचार्य द्वितीय खंड के विद्यार्थियों को गत वर्ष के आधार पर छात्रावास तत्काल आवंटित कर दिया जाएगा. वहीं शास्त्री-आचार्य प्रथम खंड के विद्यार्थियों के लिए नए सिरे से छात्रावास का आवंटन किया जाएगा.