- मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के बीडीआरएल लैब की रिपोर्ट में पुष्टि

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज में दो डॉक्टर्स के साथ ही अन्य में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद हड़कंप मच गया है। शुक्रवार को माइक्रोबायोलॉजी विभाग के बीडीआरएल लैब की रिपोर्ट में एक डॉक्टर, जूनियर रेजिडेंट समेत छह में स्वाहन फ्लू की पुष्टि हुई है। इसके बाद इमरजेंसी मेडिसीन 12 व 14 नंबर में दशहत है। तीमारदार भी डरे-सहमे हुए हैं। वैक्सीनेशन के लिए कई बार एसआईसी को पत्र लिखा गया लेकिन अभी तक डॉक्टर्स व कर्मचारियों को टीका नहीं लगाया गया है। इस कारण डॉक्टर्स व कर्मचारी बाहर से वैक्सीन व मास्क खरीद रहे हैं।

इलाज करने वाले ही चपेट में

मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में स्वाइन फ्लू वार्ड में मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टर्स व कर्मचारी खुद ही इसकी चपेट में आने लगे हैं। शुक्रवार को स्वाइन फ्लू की चपेट में एक डॉक्टर, एमबीबीएस स्टूडेंट समेत छह लोग आ गए। उनका ब्लड सैंपल जांच के लिए माइक्रोबायलॉजी विभाग भेजा गया। रिपोर्ट में स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने के बाद विभाग में दहशत है। इसके पहले भी एक स्टूडेंट को स्वाइन फ्लू हो चुका है। मेडिसीन 12, 14 में मरीजों का इलाज कर रहे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ दहशत के बीच किसी तरह काम कर रहे हैं।

एक हफ्ते पहले लिखा पत्र

एमबीबीएस स्टूडेंट ने बताया कि एक हफ्ते पहले ही एसआईसी को पत्र लिख कर स्वाइन फ्लू वैक्सीन, टैमू फ्लू गोली और मास्क की मांग की गई थी। इसके बावजूद ना तो वैक्सीन टेमू फ्लू और न ही मास्क आया। इसी की नतीजा है कि यहां कि स्थिति काफी दयनीय हो गई है। स्वाइन फ्लू के डर से डॉक्टर्स व कर्मचारी घबराए हुए हैं। वहीं नेहरू चिकित्सालय के अफसर इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।