- एक दिन चलकर फिर लग गया अभियान पर ब्रेक

- अतिक्रमण के साथ ही पॉलीथिन जब्त करने के अभियान को भी लगा दिया पलीता

बरेली : शहर को जाम की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए नगर निगम की ओर से अतिक्रमण हटाओ अभियान बार-बार चलाया जाता है, लेकिन हर बार दो-चार दिन चलकर अभियान ठप हो जाता है और फिर जहां से अतिक्रमण हटाया गया था वहीं फिर अतिक्रमण कर लिया जाता है। इसके चलते शहर से अतिक्रमण की समस्या खत्म नहीं हो पा रही है। वजह साफ है कि जिन पर शहर को अतिक्रमण मुक्त करने की जिम्मेदारी है वही इसे लेकर पूरी तरह गंभीर नहीं हैं। इस बार भी नगर निगम ने शहर की मुख्य सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए रोस्टर तैयार किया, लेकिन एक दिन चलने के बाद अभियान पर फिर ब्रेक लग गया। जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि स्टाफ के छुट्टी पर चले जाने के कारण अतिक्रमण हटाने का अभियान नहीं चलाया जा सका।

हो रही राजस्व हानि

अतिक्रमण हटाने के लिए नगर निगम में पूरी टीम गठित की गई है। कर निर्धारण अधिकारी ललतेश सक्सेना इस टीम के प्रभारी हैं। हर बार अभियान के दौरान नगर निगम की एक या दो जेसीबी और ट्रैक्टर ट्रॉलियां भी लगाई जाती हैं, जिनके डीजल पर भी मोटा खर्च आता है। बार-बार अतिक्रमण हटाने के चलते नगर निगम को राजस्व की हानि भी हो रही है।

पक्षपात का लगा आरोप

अक्सर अतिक्रमण प्रभारी समेत अन्य अफसरों पर अतिक्रमणकारियों से साठगांठ के आरोप लग चुके हैं। फरवरी में दो अफसरों के खिलाफ पार्षदों ने शिकायत भी की थी। जिस पर मेयर डॉ। उमेश गौतम ने जांच कराकर कार्रवाई के आदेश दिए थे।

आज यहां हटना था अतिक्रमण

सैटरडे को कोतवाली से कुतुबखाना तक अभियान चलाकर अतिक्रमण हटाया जाना था, यहां पहले ही अतिक्रमण पर लाल निशान लगा दिए गए थे। सैटरडे को अभियान चलने के डर से इस रोड के ज्यादातर दुकानदारों ने रोड पर सामान नहीं सजाया। दुकानदारों को इस बात का डर था कि टीम आई तो बाहर रखा उनका सामान भी जब्त कर ले जाएगी, लेकिन नगर निगम की टीम ही आज अतिक्रमण हटाने के लिए नहीं पहुंची।

क्या कहना है पार्षद का

अतिक्रमण अभियान में पूरी तरह जिम्मेदार अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। कई लोगों ने टीम पर पक्षपात करने के आरोप लगाए हैं। इसकी शिकायत मेयर से की है।

अवनेश कुमार, पार्षद ।

वर्जन

टीम के कुछ सदस्यों के अवकाश पर चले जाने के कारण अभियान को रोका गया है। उनके वापस आने पर अभियान लगातार चलाया जाएगा।

ललतेश सक्सेना, अतिक्रमण प्रभारी।

वर्जन

अतिक्रमण अभियान को क्यों प्रस्तावित तिथि में शुरु नहीं कराया गया, इस बाबत प्रभारी से जबाब तलब किया जाएगा। यह गलत है। इस संबंध में पार्षदों ने भी शिकायत की है। मामले की जांच कराई जाएगी।

डॉ। उमेश गौतम, मेयर।