-1800 पेशेंट थर्सडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी में पहुंचे

- तीन घंटे इंतजार के बाद भी नहीं पहुंचे फिजीशियन

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24 डॉक्टर्स के पद स्वीकृत हैं डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में

18-डॉक्टर्स ही हैं पोस्टेड

12-14 डॉक्टर की ओपीडी में रहती है ड्यूटी

8- बजे सुबह से दोपहर 2 बजे तक ओपीडी का समय

बरेली :

केस 1

1- मलूकपुर निवासी मुविन ने बताया कि कुछ दिनों से उनके पेट में दर्द की शिकायत है. डॉक्टर अजय मोहन अग्रवाल को दिखाने आए थे. सुबह 9 बजे से लाइन में लगे हैं अब 12:15 बज गए लेकिन डॉक्टर अब तक अपने रूम में नहीं आए. उनके कमरे के बाहर बैठे स्टाफ ने बताया कि डॉक्टर साहब राउंड पर गए हैं.

केस 2

चंदौसी की कांति ने बताया कि वह गठिया रोग से पीडि़त हैं. सुबह 10 बजे से डॉ. अजय मोहन अग्रवाल को दिखाने के लिए लाइन में लगी हैं लेकिन ढाई घंटे बीतने के बाद भी डॉक्टर का कुछ पता नहीं है.

केस 3- शाहजहांपुर हेतराम निवासी सुदीप पाण्डेय अपनी पत्‍‌नी सरोज को बुखार के इलाज के लिए फिजीशियन डॉ. अजय मोहन अग्रवाल को दिखाने आए थे. उन्होंने बताया कि काफी देर तक जब डॉ. अजय मोहन अपने रूम में नहीं आए तो दूसरे फिजीशियन डॉ. राहुल बाजपेई को दिखाया.

ये तीनों केस तो बानगी भर हैं. जिला अस्पताल में रोजाना मरीजों को इसी तरह परेशान होना पड़ रहा है. तमाम कोशिशों के बाद भी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही हैं. थर्सडे को भी ओपीडी से फिजीशियन समेत कई डॉक्टर नदारद रहे. इसके चलते मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा. मरीजों का कहना था कि वार्ड में राउंड के नाम पर डॉक्टर दो घंटे से गायब हैं. ऐसे में कई मरीज परेशान होकर बिना इलाज के ही वापस लौट गए.

ईद के बाद उमड़ी भीड़

वेडनसडे को ईद पर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल बंद होने के चलते थर्सडे को ओपीडी में सुबह से ही मरीज पहुंचने शुरू हो गए. ओपीडी में पैर रखने तक की जगह नहीं थी. डॉक्टर को दिखाने के लिए मरीज लाइन लगाए खड़े रहे, लेकिन फिजीशियन समेत कई डॉक्टर ओपीडी से गायब रहे.

राउंड पर हैं डॉक्टर साहब

डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की ओपीडी में फिजीशियन, आई स्पेशलिस्ट समेत करीब 12 डॉक्टर बैठते हैं, लेकिन थर्सडे को फिजीशियन समेत कई डॉक्टर इमरजेंसी ड्यूटी व राउंड के नाम पर ओपीडी से गायब रहे. पेशेंट की मानें तो फिजीशियन पूरे टाइम गायब रहे, जबकि आई स्पेशलिस्ट डॉ. संजय कुमार देर से आए. वहीं डॉ. श्वेताम्बरी श्रीवास्तव के अटेंडेंट ने बताया कि मैडम छुट्टी पर गई हैं.

बिना परमिशन दरवाजा खोला तो खाई डांट

ओपीडी में डॉक्टर साहिबा का रूम अंदर से बंद था. बेटी को गोद में लिए सुभाष नगर की पूजा काफी देर से दरवाजा खुलने का इंतजार कर रही थी, जब दरवाजा नहीं खुला तो उसने दरवाजा खोलकर अंदर जाना चाहा, लेकिन पास में खड़ी अटेंडेंट ने पूजा को फटकार लगा दी. डरी-सहमीं पूजा बिना इलाज कराए ही वहां चली गयी.

दवा लेने के लिए भी जूझना पड़ा

ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के बाद दवा लेने के लिए भी मरीजों और तीमारदारों को जूझना पड़ रहा है. थर्सडे को हॉस्पिटल के दवा काउंटर भी लंबी लाइन लगी रही. भीषण गर्मी में लोगों को काफी देर जूझना पड़ा. ऐसे में कई मरीज बिना दवा लिए ही वापस लौट गए.

फिजीशियन की है ज्यादा डिमांड

इन दिनों डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल आने वाले मरीजों में बुखार के मरीजों के साथ ही डायरिया और इंफेक्शन के मरीजों की संख्या ज्यादा है. ऐसे मरीजों का इलाज फिजीशियन की देखरेख में किया जाता है, इसके चलते ओपीडी में फिजीशियन के रूम के बाहर मरीजों की लाइन सबसे लंबी रहती है.

ये डॉक्टर हैं तैनात

आई सर्जन- डॉ. एके गौतम, डॉ. संजय कुमार

चाइल्ड स्पेशलिस्ट- एसएस चौहान

आई स्पेशलिस्ट- डॉ. वर्षा व डॉ. डीएन सिंह

सर्जन- डॉ. एमएल शर्मा व वीके शर्मा, डॉ. आशीष

डीजीओ- डॉ. श्वेताम्बरी श्रीवास्तव डीजीओ

फिजीशियन- डॉ. अजय मोहन अग्रवाल, बागीश वैश्य, राहुल बाजपेई

वर्जन--

ओपीडी में कुछ देर मरीजों को देखने के बाद इमरजेंसी में राउंड लेने गया था. उसके बाद फिर ओपीडी में पेशेंट्स का चेकअप किया है.

डॉ. संजय कुमार