शिवपुर में टूटी क्राइम की खामोशी

सिगरा में मूसाराम फर्म के दो कर्मचारियों को सरेराह गोली मारकर दस लाख रुपये लूटे जाने के बाद शांत पड़ा शहर मंगलवार की शाम एक बार फिर से गर्मा गया। इस बार भी लूट की वारदात ने पुलिस को हिलाने का काम किया। घटना शिवपुर के शीतलनगर कॉलोनी से कुछ पहले खुशहालनगर की है। यहां हौसलाबुलंद चार बदमाशों ने कचहरी से स्टाम्प और कैश लेकर लौट रहे स्टाम्प सेलर विजय सिंह और उसके ममेरे भाई विनीत सिंह पर हमला कर दोनों को घायल कर दिया और इसके बाद रुपयों और स्टाम्प से भरा बैग लेकर फरार हो गए। इस लूटकांड के दौरान हुई हाथापाई में लुटेरों ने विजय को चाकू मारकर घायल किया है जबकि विनीत के सिर पर पिस्टल की मुठिया से कई वार हुए है। भुक्तभोगी के मुताबिक लुटेरों के हाथ दो लाख रुपये कैश समेत 17 लाख रुपये के स्टाम्प पेपर लगे हैं।

घर से 100 मीटर पहले हुई वारदात

शीतलनगर कॉलोनी के अनूप सिंह के नाम से कचहरी में स्टाम्प वेंडर का लाइसेंस इश्यू है। इस काम को अनूप के अलावा उसका भाई विजय भी देखता है। मंगलवार को विजय और उसका ममेरा भाई विनीत शाम लगभग साढ़े पांच बजे कचहरी से स्टाम्प शॉप बंद करने के बाद बेचे गए स्टाम्प के दो लाख रुपये और बचे हुए 17 लाख रुपये के स्टाम्प को लेकर घर को निकले। दोनों घर से 100 मीटर दूर खुशहालनगर मोड़ पर ही पहुंचे थे कि वहां पहले से मौजूद चार युवक इन लोगों की बाइक के पास आये और इनको रोक लिए। इसेक बाद लुटेरों ने बाइक के पीछे की सीट पर बैठे विजय के हाथ के रुपयों और स्टाम्प से भरा बैग छीनना शुरू कर दिया।

10 मिनट तक हुई हाथापाई

विजय से बैग छीनने के दौरान विजय और चारों बदमाशों में काफी हाथापाई हुई। इस दौरान बाइक चला रहे विनीत ने जब लुटेरों से पंगा लेने की कोशिश की तो लुटेरों ने पिस्टल की मुठिया से कई वार कर विनीत को घायल कर दिया। सिर से बहते खून और विजय से हो रही हाथापाई के चलते विनीत मौके से भागता हुआ घर की ओर भाग ही था कि इसी बीच विजय के हाथ से रुपयों और स्टाम्प से भरा बैग छीनने के लिए बदमाशों ने विजय पर चाकू से कई वार किए और उसे घायल कर बैग लेकर भाग निकले। इस दौरान विजय बाइक से नीचे रोड पर गिर गया। विजय को घायल देख उसके ममेरे भाई ने शोर मचाया। जिसे सुनकर आस पास के कुछ लोग मौके पर पहुंचे और विजय को पास के नर्सिंग होम में पहुंचाया। जहां विजय और विनीत दोनों को इलाज जारी है।

मौके पर पहुंचे आला अधिकारी

कई दिनों से शांत चल रहे शहर में अचानक से लूट की सूचना मिलते ही पूरे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और पुलिस का हर अधिकारी मौकाये वारदात पर पहुंच गया। एडीजी जीएल मीणा, एसएसपी अजय कुमार, एसपी सिटी राहुल रात समेत क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंच जांच में जुट गई। इस दौरान एडीजी ने एसओ शिवपुर को फटकार लगाते हुए मामले का जल्द से जल्द खुलासा करने का आदेश दिया।

अगर प्रशासन चेते तो हो सकता है निष्क्रिय

स्टाम्प लूट होने का ये बड़ा मामला काफी संवेदनशील है। कानून के जानकारों की मानें तो इन स्टाम्प को यूज भले ही यहां न हो सके लेकिन दूसरे स्टेट में इसे बेचा भी जा सकता है और इनके जरिए कोई बड़ा फ्राड भी हो सकता है। हालांकि सीनियर एडवोकेट श्रीनाथ त्रिपाठी का कहना है कि स्टाम्प लूट के बाद अगर प्रशासन और पुलिस चेत जाये तो लूटे गए स्टाम्प का मिस यूज होने से बचाया जा सकता है। श्रीनाथ त्रिपाठी के मुताबिक चूंकि कोई भी स्टाम्प वेंडर जब ट्रेजरी से स्टाम्प बेचने के लिए लेता है तो जितने रुपयों का स्टाम्प वो वहां से खरीदता है उतने के स्टाम्प पेपर का सीरियल नंबर ट्रेजरी में नोट होता है। इसके अलावा स्टाम्प वेंडर भी बेचे गए स्टाम्प और स्टॉक में बचे स्टाम्प का सीरियल नंबर अपने यहां बनाये एक रजिस्टर में नोट रखता है। इसलिए अगर पुलिस स्टाम्प सेलर के रजिस्टर से लूटे गए स्टाम्प के सीरियल नंबर को लेकर ट्रेजरी में इसे कैंसिल करा दे तो और इन नंबर्स को रजिस्ट्री ऑफिस से लेकर अन्य जगहों पर भेज दे तो इसके जरिए होने वाले फर्जीवाड़े से बचा जा सकता है।

"

लूट की घटना के बाद पुलिस बुधवार को लूटे गए स्टाम्प के सीरियल नंबर्स को ब्लॉक कराने का काम करेगी। जिससे कोई फ्राड न हो सके।

राहुल राज, एसपी सिटी