PATNA: एनडीए प्रवेश परीक्षा में हुई फर्जीवाड़े में यूपीएससी के अधिकारियों ने अपनी जांच तेज कर दी है। इस मामले में हर बिंदुओं की जांच की जा रही है। इसके अलावा एसआईटी दिल्ली, यूपी, झारखंड से लेकर अन्य राज्यों में दबिश दे रही है। एसआईटी ने सौरव को रिमांड पर लेने के लिए शुक्रवार को कोर्ट में डायरी पेश की। जांच से जुड़े अधिकारी की मानें तो सौरव के पास से बरामद मोबाइल में पहले से ही सॉल्वर के वाट्सएप गु्रप से जुड़े कई नंबर मौजूद थे। ऐसे में माना जा रहा है कि परीक्षा शुरू होने के कई दिन पहले ही सेटर और सॉल्वर के बीच धांधली की योजना बनी थी। पुलिस सौरव के बैंक अकाउंट की जानकारी जुटा रही है।

सौरव के साथियों से हो रही पूछताछ

एएन कॉलेज के शताब्दी ब्लॉक में परीक्षा के दौरान सौरव ने जिस सॉल्वर के मोबाइल पर प्रश्नपत्र भेजा था, वह झारखंड का रहने वाला है। पिछले कुछ साल से दिल्ली में था। उसका नालंदा, यूपी और दिल्ली के कई लड़कों से संपर्क है। एसकेपुरी थाने की पुलिस ने दिल्ली में उसके ठिकाने पर छापेमारी की, लेकिन वहां वह नहीं मिला। पटना पुलिस दिल्ली पुलिस की मदद से सॉल्वर के दो साथियों से दिल्ली में ही पूछताछ कर रही है।

जैमर एजेंसी के अफसरों पर गिरेगी गाज

एसआईटी से जुड़े एक अधिकारी की मानें तो ऐसा नहीं है कि जैमर खराब हो गया हो एजेंसी के कर्मियों को इसकी भनक नहीं लगी हो। पहली पाली में भी सौरव ने परीक्षा केंद्र पर मोबाइल का इस्तेमाल किया था और सॉल्वर को प्रश्नपत्र भेजा था। ऐसे में जैमर लगाने वाले एजेंसी के बारे में एसआईटी पता कर रही है। एजेंसी के अधिकारी और सेंटर पर तैनात कर्मियों के मोबाइल नंबर का भी एसआईटी डिटेल निकाल रही है। इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी तय है।

भेजे गए थे 2 सौ नंबर के उत्तर

सॉल्वर ने अपने वाट्सएप गु्रप के जरिए दो सौ नंबरों तक प्रश्नपत्र और उत्तर भेजे थे। इसके साथ ही वह एक अन्य गु्रप पर खुद जुड़ा था। उस पर भी परीक्षा से जुड़ी जानकारी शेयर किए जाने की बात सामने आ रही है। एसआईटी के एक अधिकारी की मानें तो साइबर सेल की मदद से जांच चल रही है और एक-एक नंबर की जांच पड़ताल की वजह से समय अधिक लग रहा है। सॉल्वर के गु्रप से जुड़े मोबाइल नंबर अन्य सेंटरों से भी जुड़ सकते है। हालांकि अभी एसआईटी उन सभी नंबरों का टॉवर लोकेशन निकाल रही है।