RANCHI: झारखंड की स्टार्टअप कंपनियों को जल्द ही सरकार की तरफ से सुविधाएं मिलने वाली हैं। इनके आइडियाज की सरकार स्क्रीनिंग कर रही है। रांची में आईटी डिपार्टमेंट और झारखंड इनोवेशन लैब की ओर से स्टेट इवैल्यूएशन बोर्ड की बैठक में 38 कंपनियों के आइडियाज की स्क्रीनिंग की गई। मीटिंग में आईटी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर यूपी साह, उद्योग निदेशक के रवि कुमार, जैप आईटी सीईओ सर्वेश सिंघल, झारखंड इनोवेशन लैब के इरफ ान आलम, सौरभ अग्रवाल की टीम ने सभी स्टार्टअप के आइडियाज को बारीकी से देखा और उसका इवैल्यूएशन किया।

पहली बार हुआ इवैल्यूएशन

झारखंड में आईटी डिपार्टमेंट ने 2016 में स्टार्टअप पॉलिसी बनाई। इसमें नए स्टार्टअप को मदद करने के लिए कई सुविधाएं दी गई हैं। लेकिन दो साल बाद पहली बार स्टेट इवैल्यूएशन बोर्ड पैनल की बैठक हुई। इसमें 38 स्टार्टअप की आइडियाज पर बोर्ड के पैनल में चर्चा की गई। इसके पहले भी झारखंड में बहुत सारे लोगों ने स्टार्टअप के लिए आवेदन दिया था।

जल्द शुरू होगी स्टार्टअप की सेवा

झारखंड इनोवेशन लैब के एक अधिकारी ने बताया कि बोर्ड के पैनल में जितने भी लोग थे सभी ने हर आइडिया को डिटेल्स में देखा और जाना। अब सभी पैनल के मेंबर मिलकर हर एक स्टार्टअप के आइडिया की मार्किंग करेंगे। उसके बाद सरकार तय करेगी कि कितनी आइडिया को चुना जाए कितनों को स्टार्टअप पॉलिसी के तहत मदद की जाए। पैनल द्वारा सेलेक्टेड स्टार्टअप का झारखंड में स्टार्टअप पॉलिसी के तहत रजिस्ट्रेशन होगा, उनको एक सर्टिफि केट दिया जाएगा उसके बाद उन स्टार्टअप को टेक्निकल, फ ाइनेंसियल मार्केटिंग हर तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।

आइआइएम अहमदाबाद के हेल्प से बना इनोवेशन लैब

झारखंड सरकार के आईटी डिपार्टमेंट द्वारा आईआईएम अहमदाबाद के नेतृत्व में झारखंड इनोवेशन लैब बनाया गया। इसमें टेक्निकल मदद करने के लिए आइआइएम रांची, एक्सएलआरआई जमशेदपुर, इंडस्ट्री डिपार्टमेंट, आईटी डिपार्टमेंट मिलकर काम कर रहे हैं। जिस भी स्टार्टअप का चयन सरकार द्वारा किया जाएगा उसको झारखंड की इनोवेशन लैब द्वारा हर तरह की मदद दी जाएगी। चाहे स्टार्टटप की फ ाइनेंसियल जरूरतों को पूरा करना है या उसको बढ़ाने में किसी टेक्निकल एक्सपर्ट की जरूरत हो, हर सुविधा झारखंड की इनावेशन लैब के माध्यम से दी जाएगी।