RANCHI: सिटी के फ्म् स्टार्टअप को सपनों की उड़ान भरने के लिए रांची मॉल ब्लॉक चेन फंडिंग कर रहा है, जिसके ओनर कांके रोड निवासी रोहित त्रिपाठी हैं। मुम्बई के नीति कॉलेज से एमबीए व अमेरिका में तीन साल जॉब कर अपने शहर लौटे रोहित त्रिपाठी की कंपनी इन स्टार्टअप को ग्लोबल प्लेटफॉर्म देने वाली है। गौरतलब हो कि श्री त्रिपाठी ने झारखंड के ब्भ् स्टार्टअप को फंडिंग के लिए सेलेक्ट किया है, जिसमें राजधानी के फ्म् स्टार्टअप शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसमें कंपनी को टेक्निकल सपोर्ट फ्म्म् पाई नामक कंपनी करेगी।

क्0भ् आइडिया में ब्भ् सेलेक्ट

वाई फोर बिज के नाम से एक स्टार्टअप सेमिनार का आयोजन किया गया था, जिसमें यूथ फोर बिजनेस प्रोग्राम में इन स्टार्टअप का चयन किया गया है। यूएस कंसल्टेंट जनरल के प्रतिनिधि, चीफ सेक्रेट्री और आईटी विभाग के सेक्रेट्री की उपस्थिति में स्टार्टअप का सेलेक्शन हुआ। इसमें क्0भ् स्टार्टअप ने अपने आइडिया को शेयर किया था, जिसमें से ब्भ् के आइडिया को फिल्टरड कर फंडिंगी की जा रही है। सेलेक्शन के लिए प्लेटेनियम, गोल्ड, डायमंड, सिल्वर और ब्रांज कैटेगरी में स्टार्टअप्स को रखा गया था। रोहित बताते हैं कि बिजनेस मॉड्यूल, टीम, मैनेजमेंट, प्रॉब्लम सॉल्युशन के आधार पर सेलेक्शन किया गया है।

ग्लोबल प्लेटफार्म मिलेगा

रोहित त्रिपाठी बताते हैं कि इन कम्पनियों को शुरुआत में करीब म्ख् हजार रुपए दिए जा रहे हैं। इसके बाद इनके काम का इवैल्यूएशन किया जाएगा, फिर पैसा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि रांची मॉल एक्सचेंज एक चेन है, जिसके माध्यम से रांची के युवाओं को आगे बढने के लिए फंड दिया जा रहा है। इस ब्लॉक चेन के माध्यम से इन स्टार्टअप को ग्लोबल प्लेटफार्म मिलेगा, जहां पूरी दुनिया के लोग एक-दूसरे के साथ आइडिया शेयर करेंगे। एक-दूसरे को टेक्निकल मदद के साथ फायनेंशियल मदद भी करेंगे।

बॉक्स

आप भी दीजिए आइडिया, मिलेगी मदद

अभी एक शुरुआत है जिसमे ब्भ् स्टार्टअप को फंड दिया जा रहा है। रोहित बताते हैं रांची के दूसरे स्टार्टअप भी अगर नए आइडिया लेकर आते हैं, तो उनको इनिशियल स्टेज में जो फ ंड की जरूरत होगी, वो उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि मैं खुद से अपना पैसा देकर रांची के युवाओं को मदद करना चाहता हूं, ताकि वो अपने सपने को पूरा कर सकें।

बॉक्स

क्फ्0 देशों में घूमकर रोहित ने कलेक्ट किया आइडिया

रोहित बताते हैं कि सेंट्रल स्कूल हेहल से दसवी करने के बाद मैंने महाराष्ट्र से इंजीनियरिंग की। उसके बाद मुम्बई के नीति कॉलेज से एमबीए किया। उसके बाद नौकरी करने के लिए अमेरिका चला गया। वहां तीन साल नौकरी करने के बाद खुद की एक कम्पनी बनाई। मेरे पिताजी सीएमपीडीआई के रिटायर्ड चीफ जेनरल मैनेजर जनार्दन तिवारी जो रांची में रहते हैं उनके बुलावे पर अपने शहर आ गया। इसके पहले मैंने पूरी दुनिया के क्फ्0 देशों में घूमकर वहां के आइडियाज को समझा और अब उसे बलॉक चेन के माध्यम से पूरा करने की कोशिश कर रहा हूं।

इन आइडियाज पर फंडिंग

-यूटी फाइव: इस कम्पनी के को-फाउंडर निखिल कुमार हैं। उन्होंने आइडिया डेवलप की है, जो पांच मिनट में एप्प के माध्यम से आपके रियल च्वाइस को बताएगा कि आप क्या पसंद करते हैं।

-ब्रेकफिस्ट: इस कम्पनी को प्रणव कुमार ने बनाया है। इनका आइडिया है कि मॉर्निग का ब्रेकफास्ट अपनी पसंद के रेस्टोरेंट से ऑफिस में पहुंच जाएगा।

-राइज अप: इस कम्पनी के को-फाउंडर रिषभ आनंद हैं। उनका आइडिया है कि रोड सेफ्टी से कैसे बचा जा सकता है।

-मेलबार लाइफ स्टाइल: इस कम्पनी के फाउंडर कनिष्का हैं, जो पूरी दुनिया में नेहरू जैकेट बेचना चाहते हैं।

रशिका: इसके फाउंडर डोमन टुडू हैं, इनका कांसेप्ट है कि ट्राइवल फैशन को पूरी दुनिया के सामने लाया जाए।