-डीजीपी बीएस सिद्धू होंगे अथॉरिटी के प्रेसीडेंट

-राजधानी में ट्रैफिक को कंट्रोल करना प्राथमिकता

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DEHRADUN : देश के कुछ चुनिंदा राज्यों की तरह अब उत्तराखंड में स्टेट ट्रैफिक अथॉरिटी का गठन किया जा रहा है, जिसके प्रेसीडेंट प्रदेश के पुलिस मुखिया बीएस सिद्धू होंगे। अथॉरिटी का मेन फोकस कैपिटल के ट्रैफिक सिस्टम में सुधार लाना होगा, जिसे लेकर मुख्यालय स्तर पर कवायद शुरू कर दी गई है। अथॉरिटी जल्द ही अपना काम दून से शुरू कर देगी।

व्यवस्था पटरी पर लाने की कवायद

अथॉरिटी के गठन से पहले डीजीपी द्वारा राजधानी में आए दिन लगने वाले जाम को लेकर गहन अध्ययन किया गया। इसमें एक बात जो मुख्य रूप से उभर कर सामने आई वह थी बेतरतीब पार्किग की। मार्केट में निकलने वाले अपनी गाड़ी को कहीं भी पार्क कर खरीदारी करने निकल जाते हैं। पुलिस जब वाहनों का चालान अथवा सीज की कार्यवाही करती है तो व्यक्ति को परेशान होना पड़ता है। इन सभी बातों को विशेष तौर पर मद्देनजर रखा गया है, ताकि लोगों को सहूलियत मिले और लोगों को लगने वाले जाम से राहत मिल सके।

शॉप के आगे लाइन

घंटाघर, पल्टन बाजार, धामावाला, राजपुर रोड आदि जैसे मोस्ट बिजी प्लेसेज पर जाम लगना आम बात हो चली है। अथॉरिटी द्वारा तय किया गया है कि मेन मार्केट के सभी शॉप्स के बाहर एक निश्चित दूरी पर सफेद रंग की लाइन खींची जाएगी। शॉप पर आने वाले लोगों के साथ ही खुद दुकानदार की गाड़ी भी इस लाइन के अंदर ही खड़ी होगी। ऐसा नहीं करने वालों पर ट्रैफिक पुलिस चालान और सीज की कार्यवाही करेगी। इस प्लान को लागू करने से पहले अथॉरिटी राजधानी के व्यापारियों के साथ एक बैठक कर उन्हें अपना प्लान समझाने का प्रयास करेगी।

'ट्रैफिक को लेकर रोज नए प्रयोग किए जा रहे हैं कुछ प्रयोग सफल भी रहे हैं। स्टेट ट्रैफिक अथॉरिटी भी इसी कड़ी में एक प्रयास है, जिसमें सबसे अधिक जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। पुलिस का मकसद सिटी को जाम फ्री करना है.'

-बीएस सिद्धू, डीजीपी, उत्तराखंड।