रांची: राजधानी रांची के बिरसा मुंडा स्थित सेंट्रल जेल समेत राज्य के कई अन्य जिलों के मंडल कारागारों में सोमवार की अहले सुबह पुलिस व जिला प्रशासन ने एक साथ छापेमारी की। डीजीपी केएन चौबे के जेलों में बंद अपराधियों पर लगाम लगाने व जेल को क्राइम सेंटर बनने से रोकने के दिये निर्देश के बाद जेलों में ये कार्रवाई की गई। जमशेदपुर में सर्च आपरेशन के दौरान जूतों में छुपाकर रखे गए सिमकार्ड बरामद किए गए। इन जूतों को मिट्टी में गाड़ कर रखा गया था। खूंटी में जेल से कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए। जबकि सिमडेगा में ब्लेड मिले। इस दौरान सभी सेल को खंगाला गया। संदिग्ध कैदियों से भी पूछताछ की गयी पर यहां आपत्तिजनक सामान हाथ नहीं लगा। लोहरदगा जेल में एसपी प्रियदर्शी आलोक के नेतृत्व में तीन घंटे तक छापेमारी जारी रही। यहां से भी कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली। छापेमारी में लोहरदगा डीटीओ अमित बेसरा, लोहरदगा सीओ व जेलर लवकुछ भी साथ रहे। धनबाद जेल में डीडीसी शशि रंजन, एसएसपी किशोर कौशल की अगुवाई में हुई छापामारी में खैनी की पुडि़या के अलावा कुछ नहीं मिला।

165 पुलिस वालों ने ली तलाशी

राजधानी में पुलिस ने होटवार जेल में छापामारी की। डीसी राय महिमापत रे व एसएसपी अनीश गुप्ता के निर्देश पर सिटी एसपी सुजाता वीणापाणी के नेतृत्व में यहां पहुंचे पुलिस के 165 जवानों और अधिकारियों ने जेल की दो घंटे तक सघन तलाशी ली। पुलिस के जवानों ने यहां की एक-एक सेल को खंगाला। इस दौरान पुलिस को कोई आपत्तिजनक सामान नहीं मिला। सिटी एसपी ने कहा कि जेल में निगरानी जारी रहेगी। होटवार जेल में कई खतरनाक अपराधी बंद हैं। बीच-बीच में व्यापारियों को जेल से धमकी देने की खबरें आती रहती हैं। इसी पर रोक लगाने के लिए जेलों में ये छापामारी की गई। रांची समेत राज्य भर की सभी जेलों में अपराध का सेंटर बनता जा रहा है। इसको नेस्तनाबूद करने के लिए जेलों में ये कार्रवाई की गयी।

पुराने अपराधियों से की पूछताछ

बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में भारी संख्या में पहुंचते ही यहां बंद कैदियों में हड़कप मच गया। यहां कई ऐसे कैदी भी बंद हैं, जो वीवीआईपी हैं। कई हत्याओं के तार जेल से जुड़े रहते हैं। कुछ ऐसे अपराधी हैं, जो जेल में बैठे बैठे अपने गिरोह की मदद से रंगदारी-हत्या जैसे अपराध को अंजाम दिलवाते हैं। इस दौरान पुराने अपराधियों से भी पूछताछ की गयी। पुलिस को शिकायत मिली थी कि जेल से पुराने अपराधी रंगदारी, लूट और हत्या जैसी वारदात को अंजाम देने का प्लान तैयार कर रहे हैं। इसी के बाद प्रशासन एक्टिव हुआ है।