-होम्योपैथी संघ की राज्य स्तरीय सम्मेलन में उठेंगे कई ज्वलंत मुद्दें

- होम्योपैथीक संघ ने कई मामलों पर जताया है विरोध

PATNA : बिहार राज्य होम्योपैथी संघ का राज्य स्तरीय सम्मेलन नौ मार्च से नृत्य कला मंदिर में प्रारंभ हो रहा है। इस दौरान हाल ही में होम्योपैथी दवा से संबंधित कई प्रकार के विवादित मुद्दों पर बातचीत के लिए जुटान होगा। इस बारे में संघ के सेक्रेटरी डॉ एसबी सिंह ने कहा कि होम्योपैथी दवाओं को लेकर एक भ्रांति की स्थिति बन गई है। इससे गलत मैसेज को दूर करना जरूरी है। इस दौरान राज्य स्तर के कई होम्योपैथी डॉक्टर, दवा कंपनी और होमियोपैथी में रूचि रखने वाले उपस्थित रहेंगे। यह हर साल आयोजित किया जाता है। इसमें तात्कालिक व प्रमुख मुद्दों पर जोर दिया जाता है। इसमें राज्य भर के प्रतिनिधि गण बड़ी संख्या में शामिल होंगे।

गैर तकनीकी लोग कैसे करेंगे जज?

बिहार होमियोपैथी संघ के सेक्रेटरी डॉ एसबी सिंह ने कहा कि कोई दवा या अल्कोहल या कोई अन्य पदार्थ - इस बात को प्रमाणित करने की शक्ति इस पैथी के विशेषज्ञ या जानकार को ही होगा। न किसी प्रशासनिक अधिकारी को। लेकिन बिना इसकी पृष्टभूमि जाने हुए किसी को भी गतल बता देना सही नहीं है। जबकि इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव आर के महाजन से स्पष्ट कहा है कि बिना होम्योपैथी एक्सपर्ट के छापेमारी नहीं की जाएगी। इस संबंध में हाई कोर्ट की ओर से कई ऐसे फैसले आए हैं, जो इस बात को सही बताते हैं। डॉ एसबी सिंह ने कहा कि इस बात को स्वंय स्वास्थ्य सचिव ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक एक्सपर्ट नहीं होंगे, छापेमारी नहीं होगी। हालांकि इस नियम को लागू किये जाने की जरूरत है।