-फोर मंथ में दिखाया दम, कई स्टेट लेवल टूर्नामेंट में रही धूम

GORAKHPUR: सिटी में टैलेंट की कमी नहीं है। सुविधा मिले या न मिले, कोच अच्छा हो या न हो, बैकग्राउंड सपोर्ट करें या न करें, कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि टैलेंट अपना रास्ता खुद बनाता है। कुछ ऐसा ही हाल सिटी में क्रिकेट का है। गोरखपुराइट भले ही पिछले कई सालों से रणजी का सफर तय नहीं कर पा रहे हैं, मगर स्टेट लेवल टूर्नामेंट में उनका प्रदर्शन किसी से कम नहीं है। पिछले चार माह में स्टेट के विभिन्न डिस्ट्रिक्ट में हुए स्टेट लेवल टूर्नामेंट में गोरखपुर टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया, जिसकी बदौलत कई सालों बाद सिटी के किसी खिलाड़ी का सेलेक्शन विज्जी ट्राफी में हो सका।

रणजी पर भारी लोकल

गोरखपुर में ऐसा एक भी ग्राउंड नहीं है, जहां नेशनल लेवल का क्रिकेट टूर्नामेंट खेला जा सके और न ही ऐसा कोच है, जिसके सिखाए क्रिकेटर इंडियन टीम तो दूर रणजी में जलवा दिखा रहे हो। इसके बावजूद सिटी के क्रिकेटर्स अपने जज्बे, टैलेंट और कड़ी प्रैक्टिस की बदौलत अपना दम दिखा रहे हैं। लास्ट फोर मंथ में हुए विभिन्न स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट में गोरखपुर की टीम सेमीफाइनल तक पहुंची या रनर बनी। बावजूद अन्य टीमों की तरह गोरखपुर में एक भी रणजी या सीनियर प्लेयर नहीं है। हाल में ही फैजाबाद में हुए स्टेट लेवल टूर्नामेंट में गोरखपुर के लोकल क्रिकेटर्स की टीम एनई रेलवे की रणजी क्रिकेटर्स से भरी टीम को हरा दिया। गोरखपुर की टीम फैजाबाद में हुए लक्ष्मी नारायण शुक्ला मेमोरियल स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट और वाराणसी में हुए डॉ। चन्द्रमौलि पांडेय मेमोरियल स्टेट लेवल क्रिकेट टूर्नामेंट में रनर रही। चिलिया में हुए स्टेट लेवल टूर्नामेंट में गोरखपुर सेमीफाइनल तक पहुंची, जबकि बस्ती में हुए स्टेट लेवल टूर्नामेंट में गोरखपुर चैंपियन रही। कोलकाता में हुए इंटर यूनिवर्सिटी क्रिकेट टूर्नामेंट में भी सिटी के क्रिकेटर्स ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए कई सालों बाद सेमीफाइनल का सफर तय किया। इस परफॉर्मेस के आधार पर सिटी के राहुल सिंह का सेलेक्शन विज्जी ट्राफी के लिए हुआ।