प्रदेश स्तरीय जांच कमेटी के सामने बोले स्टूडेंट

एक माह के बाद अलग शिफ्ट किए जाने का मिला आश्वासन

ALLAHABAD: आमतौर पर चुपचाप रहने वाले एमबीबीएस फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स ने शनिवार को जांच कमेटी के सामने अपनी समस्याएं रखीं। उन्होंने कहा कि हास्टल में वार्डेन विजिट बढ़ा दिया जाना चाहिए। जिससे वह भयमुक्त रह सकें। इस पर कमेटी ने मेडिकल प्रशासन को पीक आवर्स के अलावा आड आवर्स में भी वार्डेन विजिट के आदेश दिए। खासकर रात में सोते समय अगर विजिट हो तो इससे फ्रेशर्स खुद को अधिक सेफ महसूस करेंगे।

टायलेट में लॉक और सफाई की मांग

जांच कमेटी से बातचीत के दौरान फ‌र्स्ट ईयर स्टूडेंट्स ने हास्टल की साफ सफाई की शिकायत की। उन्होंने कहा कि गंदगी से उनको दिक्कत महसूस हो रही है। साथ ही टायलेट के लॉक भी सही किए जाएं। कहा कि टायलेट में लॉक नही होने उन्हे शर्म महसूस होती है। इस पर भी कमेटी ने असंतोष जाहिर करते हुए कॉलेज प्रशासन को जल्द से जल्द कमियां दूर करने की हिदायत दी।

हमने दिया है नंबर, आप भी दीजिए

कमेटी में शामिल अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा विभाग एनसी प्रजापति ने कहा कि मेरे साथ कानपुर मेउिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और एडीएम सिटी ने अपना नंबर स्टूडेंट्स को दिया है। जिससे वह रैगिंग संबंधी कोई भी शिकायत पर्सनली दर्ज करा सकें। कहा कि कॉलेज प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी अपना नंबर भी कैंपस में जगह-जगह डिस्प्ले करें, जिससे रैगिंग पर रोक लगाई जा सके।

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एक माह में मिलेंगे नए कमरे

कॉलेज प्रशासन ने बताया कि कॉलेज कैंपस में नए कमरों का निर्माण किया जा रहा है, जो जल्द ही बनकर तैयार हो जाएंगे। इसके बाद फ्रेशर्स को पचास नए कमरों में एलाट कर दिया जाएगा। स्टूडेंट्स ने बताया कि एक कमरे में एक से अधिक स्टूडेँट रहने की वजह से पढ़ाई में दिक्कत होती है। ऐसे में कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ। वत्सला मिश्रा ने कहा कि 30 सितंबर तक कमरों में सभी को शिफ्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद रहने की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी।