हेपीटाइटिस की सिरोसिस स्टेज है खतरनाक हेपीटाइटिस बीमारी पर चर्चा करते हुए डॉ। पुरी ने कहा कि ये एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में पेशेंट को इनीसियल स्टेज पर भी पता नहीं चलता है। इसके सिमटम्स भी सिरोसिस स्टेज पर पहुंचने के बाद ही दिखाई देते हंै। इस स्टेज में पहुंचने पर हेपीटाइटिस बेहद खतरनाक स्थित में आ जाता है। आज के दौर में हेपीटाइटिस बी की वैक्सीन मौजूद है। लेकिन हेपीटाइटिस सी की वैक्सीन अभी तक मौजूद नही है। इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी ही सबसे बेहतर उपाय है। एड्स व हेपीटाइटिस सी के होने का कारण लगभग एक जैसा ही है। हेपीटाइटिस सी के प्रति अभी भी देश में लोगों में जागरूकता की कमी है। इसके पहले डॉ। पुरी ने इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन की ओर से ऑर्गनाइज वैज्ञानिक संगोष्ठी में भी शिरकत की। उन्होंने वहां लीवर रोगों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कोलेस्ट्राल व अन्य फैट के कारण लीवर पर पडऩे वाले प्रभाव व उसके उपचार पर व्याख्यान दिया।
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