मुरीदके में था उसका ठिकाना

इसने बताया कि पाकिस्तान में उसका ठिकाना मुरीदके में था. वहीं पर जमात उद दावा और लश्कर ए तैयबा का मुख्यालय है. उसने पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकियों को बम बनाने का प्रशिक्षण दिया. टुंडा ने यह भी बताया कि वारदात से पहले 26/11 के साजिशकर्ता लखवी से उसने मुलाकात की थी. 2002 से वह फर्जी नोटों के धंधे में भी शामिल रहा है.

पूछताछ में भटकाने की कोशिश

कुछ पुलिसकर्मियों का कहना है कि वह सही-सही जानकारी नहीं दे रहा है. जांच में वह पुलिसकर्मियों को भटकाने की कोशिश कर रहा है. उसने लश्कर को आर्थिक मदद देने वालों के बारे में भी जानकारी दी है. पुलिस उससे लश्कर की साजिशों और आईएसाआई की गतिविधियों के बारे में सटीक जानकारी जुटाने में लगी है.

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