स्िमथ ने डुबोया टीम का नाम

दुनिया की दिग्गज क्रिकेट टीमों में शुमार ऑस्ट्रेलिया की इस समय हालत बेहत नाजुक है। टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ और उनके साथी खिलाड़ी डेविड वार्नर और बेनक्रॉफ्ट को बॉल टेंपरिंग का दोषी पाया गया है। स्मिथ की कप्तानी तो गई, साथ ही आईसीसी ने एक मैच का बैन भी लगा दिया। स्िमथ की इस हरकत ने पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पर कलंक लगा दिया। यह वही टीम है जिसने लगातार तीन बार वर्ल्डकप पर बादशाहत कायम की है। यहां के खिलाड़ी क्रिकेट की दुनिया में उस मुकाम तक पहुंचे हैं जहां जाना हर युवा खिलाड़ी का सपना होता है। डॉन ब्रैडमैन से लेकर रिकी पोटिंग तक, ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने कई बेहतरीन कप्तान दिए। मगर स्टीव स्मिथ ने उस साख को धूल में मिला दिया।

यहां क्रिकेट कप्तान का दर्जा है सबसे ऊंचा

ऑस्ट्रेलिया में क्रिकेट कप्तान का दर्जा काफी ऊंचा होता है। किसी खिलाड़ी का कप्तान बनना गर्व की बात होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया में प्रधानमंत्री बाद में बना, जबकि क्रिकेट उससे पहले से खेला जा रहा। ऑस्ट्रेलिया की नेशनल क्रिकेट टीम 1877 में बन गई थी, जबकि इस देश को प्रधानमंत्री 24 साल बाद 1901 में मिला। कगारुओं के लिए क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, बल्िक प्रतिष्ठा और स्वाभिमान है। ये लोग मैदान पर सिर्फ जीतने के लिए उतरते हैं। इसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार रहते हैं।

क्रिकेट दिया इंग्लैंड ने, जीतना सिखाया ऑस्ट्रेलिया ने

दुनिया को क्रिकेट खेलना भले ही इंग्लैंड ने सिखाया। मगर जीतने की आदत ऑस्ट्रेलियाई टीम में थी। पहला टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया ने ही जीता था। 15 मार्च 1877 को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर खेले गए इस मैच में कंगारुओं ने इंग्लिश टीम को 45 रन से हराया था। वहीं वनडे की बात करें तो 1971 में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच ही पहला एकदिवसीय खेला गया था। इसे भी ऑस्ट्रेलिया ने ही जीता था। 21वीं शताब्दी में दुनिया के सामने जब क्रिकेट का सबसे फटाफट फॉर्मेट टी-20 आया, तो पहला मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच ही खेला गया। यहां भी पहली जीत कंगारुओं के नाम रही। यानी कि क्रिकेट का कोई भी फॉर्मेट हो, पहली जीत ऑस्ट्रेलिया को ही मिलती है।

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