हाईकोर्ट ग्रुप सी व डी और सिविल कोर्ट

स्टाफ भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने के आरोप में दबोचे गए सॉल्वर व पेपर लीक गैंग के सरगना कस्टम सुपरीटेंडेंट विजय तोमर ने एसटीएफ की पूछताछ में अहम राज उगले हैं। जिसके आधार पर एसटीएफ ने बागपत और सोनीपत में कई जगह दबिश दी। सोनीपत से गैंग का एक सदस्य कस्टडी में भी लिया है। उससे पूछताछ जारी है। एसटीएफ की कई टीम दिल्ली, उप्र, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड में नजर बनाए हैं। बताया जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में और भी खुलासे हो सकते हैं।

सीडीआर से जोड़े जा रहे तार

बागपत के वाजिदपुर गांव निवासी कस्टम सुपरीटेंडेंट विजय तोमर उर्फ नीटू ने एसटीएफ की पूछताछ में अहम राज उगले हैं। जिनके आधार पर पूरा गिरोह हत्थे चढ़ सकता है। आरोपी के मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) भी निकलवाई है। पता लगाया जा रहा है कि वह किससे, क्या बात करता था। बुधवार को एसटीएफ की कई टीमों ने बागपत जिले के बड़ौत, वाजिदपुर समेत कई जगहों पर ताबड़तोड़ दबिश दी। इसके बाद सोनीपत में आरोपी विक्रम व संजय दहिया और गोहाना में नवीन मलिक के ठिकानों पर दबिश दी गई। वहां से गैंग के एक सदस्य को कस्टडी में लेकर पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि वह सोनीपत निवासी विक्रम का नजदीकी है। विक्रम ही विजय तोमर को आंसर-की व लीक प्रश्न-पत्र उपलब्ध कराता था। हालांकि, अधिकारिक तौर पर एसटीएफ युवक को कस्टडी में लेने की पुष्टि नहीं कर रही है।

यह है मामला

बीती 20 जनवरी को इलाहाबाद हाईकोर्ट द्वारा ग्रुप सी व डी की भर्ती परीक्षा आयोजित कराई थी। बिजली बंबा बाईपास स्थित एस्ट्रॉन कॉलेज में ग्रुप-सी क्लेरिकल कैडर की द्वितीय पाली की परीक्षा के दौरान मुजफ्फरनगर जिले के भसाना गांव निवासी विभोर कुमार पुत्र बीरबल को नकल करते पकड़ा था। उसके मोबाइल पर वाट्सएप से आंसर-की भेजी गई थी। नंबर को ट्रेस किया तो यह दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर तैनात कस्टम सुपरीटेंडेंट विजय तोमर उर्फ नीटू का निकला। गिरफ्त में आने के बाद आरोपी विजय तोमर ने सिविल कोर्ट स्टाफ भर्ती परीक्षा व नलकूट ऑपरेटर भर्ती परीक्षा में भी सेंध लगाने की बात कुबूल की थी। एसटीएफ ने मंगलवार को उसे जेल भेज दिया था।

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