जी हां, ये कहावत झांसी रेलवे लाइन दादानगर ब्रिज पर बिल्कुल ठीक बैठती है। इस ब्रिज का शिलान्यास हुए एक महीने से ज्यादा समय बीत चुका है लेकिन अभी तक काम नहीं शुरू हुआ है। ब्रिज बनाने का काम ट्रैफिक, ब्रिज कॉर्पोरेशन और नगर निगम के बीच हो रही खींचतान की वजह से रुका है।

CTI-दादानगर road खस्ताहाल

ब्रिज बनाने का काम तभी शुरू हो सकता है, जब सीटीआई से दादानगर तक एक साइड रोड को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया जाए। ब्रिज कॉर्पोरेशन के ट्रैफिक पुलिस से परमीशन मांगने पर उन्होंने मना कर दिया। एसपी ट्रैफिक आरपी गौतम के मुताबिक रोड खस्ताहाल है। जब तक ये रोड नहीं बनती तब तक एनओसी नहीं दी जा सकती है। क्योंकि दोनों तरफ का ट्रैफिक एक ही साइड से गुजारना पड़ेगा। हैवी व्हीकल्स के आवागमन को रोकने के लिए ब्रिज कॉर्पोरेशन से रोड पर गार्डर लगाने को भी कहा गया है। रोड ठीक करने के नाम पर ब्रिज कॉर्पोरेशन ने पैचवर्क की खाना पूरी शुरू कर दी है। ब्रिज कॉर्पोरेशन के असिस्टेंट इंजीनियर आरयू खान के मुताबिक रोड नगर निगम की है। अभी तक हैवी व्हीकल्स के आने-जाने पर रोक लगाने के लिए गार्डर नहीं लगाए गए हैं। ब्रिज कॉर्पोरेशन ने संडे को गार्डर के लिए शास्त्रीचौक चौराहा पर गड्ढे जरूर खोद दिए हैैं। इसके बाद भी अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि काम कब शुरू होगा.