- कच्ची शराब बनाने वालों पर कसेगा शिकंजा

-आबकारी विभाग ने गठित कर दी है दस टीमें

>BAREILLY:

पिछले दिनों जहरीली शराब पीने से हुई कई मौतों से प्रदेश में हड़कंप मच गया है। अब आबकारी विभाग ने इससे निबटने का प्लान तैयार किया है। आबकारी मुख्यालय की ओर से सभी जिलों के विभागों को नोटिस दी गई है। जिसमें ग्राम प्रधान और कोटेदार कच्ची शराब बनाने वाले गिरोहों की धरपकड़ में मदद करेंगे। इसके लिए जिला आबकारी अधिकारी की ओर से दस टीमें गठित कर ली गई हैं। जो ग्राम प्रधान से मिलकर कच्ची शराब के ठिकानों का पता लगाएंगे। आबकारी अधिकारी ने इंस्पेक्टर्स को शासनादेश के निर्देशों को कड़ाई से पालन करने को कहा है। ग्राम प्रधान और कोटेदार की ओर से मदद न मिलने पर शासन की ओर से कार्रवाई किए जाने के भी निर्देश हैं।

कुछ इस तरह होगी धरपकड़

जहरीली शराब से हुई मौतों की सूचना के बाद आबकारी विभाग हरकत में आ गया है। जिला आबकारी अधिकारियों की ओर से टीमें गठित कर शहर के चिन्हित कच्ची शराब बनाने वाले इलाकों में छापेमारी का सिलसिला शुरू हुआ। पुलिस के सहयोग से हुई छापेमारी में भारी मात्रा में लहन और कच्ची शराब नष्ट की, लेकिन सभी ठिकानों का पता लगाना मुश्किल हो रहा था। ऐसे में विभाग के मुख्यालय की ओर से जारी की गई नोटिस में जिले के सभी ग्राम प्रधानों और कोटेदारों से कच्ची शराब बनाने और बेचने वालों के ठिकाने का पता लगाने का निर्देश दिया गया है। ग्राम प्रधान, कोटेदार की मदद से सभी निवासियों के आय व्यय, पेशे और ढलती रात में काले कारनामों की जानकारी देंगे। जिसकी मदद से विभाग को भट्ठियों की आंच बुझाने में मदद होगी।

नकेल कसने के लिए टीम तैयार

आबकारी विभाग की ओर से जिले के करीब क्007 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों और कोटेदारों से मिलने के लिए दस टीमें गठित की गई हैं। जो क्रमवार सभी से मिलकर कच्ची शराब के ठिकानों का पता लगाएंगी। इसमें क्यारा के ब्ख्, बिथरीचैनपुर के म्ब्, भोजीपुरा के म्म्, फतेहगंज प। भ्ख्, मीरगंज के भ्9, आलमपुर 8ख्, मझगवां 7ख्, बहेड़ी के 89, दमखोदा के म्ब्, नबावगंज के 8म्, भदपुरा के म्ब्, फरीदपुर के म्भ्, भुता के 77 गावों के ग्राम प्रधानों से संपर्क साधा जाएगा। बड़े पैमाने पर होने वाले इस ऑपरेशन के लिए विभाग के इंस्पेक्टर्स को करीब क्भ् दिन का समय दिया गया है। ताकि जल्द से जल्द कच्ची शराब की भट्ठियों की आंच को राख में तब्दील किया जा सके।

यह हैं मुख्य ठिकाने

आबकारी विभाग से मिली सूचना के मुताबिक कच्ची शराब का धंधा शहर में न्यूनतम स्तर पर जबकि गांवों में ज्यादा हो रहा है। शहरी इलाकों में मीरगंज, फतेजगंज पश्चिमी, सुभाषनगर, कैंट, फरीदपुर, फतेहगंज पूर्वी, इज्जतनगर में भट्ठियां धधकती हैं। इसके अलावा शहर के थाना क्षेत्रों से सटे गांवों में भी जमकर कच्ची शराब की सप्लाई होती है। इसमें बभिया, चौबारी, चनेहटा, चनेहटी, मिर्जापुर, बेहटी, बिरिया व अन्य गांव भी हैं। इन गांवों के हर घर में शराब बनाई जाती है। विभाग का मानना है कि कच्ची शराब से मौतें नहीं होती। इसे बनाने वाले लोग मुनाफे के चक्कर में रंग और सुगंध एक जैसी होने की वजह से ईथाइल की जगह मिथाईल का प्रयोग कर लेते हैं। जिससे पेट की आंत जलने से मौत हाेती है।

जारी किए गए हेल्पलाइन नम्बर्स

कच्ची शराब और तस्करी की शराब की सूचना देने के लिए विभाग की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं। 9ब्भ्ब्ब्म्म्ब्म्8, 9ब्भ्ब्ब्म्म्ब्म्9, 9ब्भ्ब्ब्म्म्ब्70, 9ब्भ्ब्ब्म्म्ब्7क्, 9ब्भ्ब्ब्म्म्ब्7ख् और 9ब्भ्ब्ब्म्म्ब्7फ् सीयूजी नंबर्स पर पर ख्ब् घंटे फोन के जरिए अवैध शराब और कच्ची शराब की सूचना कोई भी दे सकता है। सूचना देने वाले लोगों की आइडेंटिटी पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। इसके अलावा दी गई सूचना के आधार पर होने वाली छापेमारी में भारी संख्या में कच्ची शराब अथवा तस्करी की शराब मिलने पर सूचना देने वाले को सरकार की ओर से पुरस्कार भी दिया जाएगा।

चोरी छिपे कच्ची शराब बनाने वाले लोगों की धरपकड़ में विभाग को ग्राम प्रधान और कोटेदार सहायता करेंगे। इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर पर सूचना देने वाले की आईडी गोपनीय रहेगी। भारी मात्रा में अवैध अथवा कच्ची शराब मिलने पर सूचना देने वाले सरकार की ओर से पुरस्कृत किया जाएगा।

आनंद शंकर राय, जिला आबकारी अधिकारी