- उत्तराखंड और यूपी के वनाधिकारियों के बीच हुई बैठक

- बॉर्डर एरिया में वन्य जीवों के शिकार और तस्करी पर लगाम लगाने की कवायद

USNAGAR: बाघों की सुरक्षा को लेकर वन महकमा इन दिनों काफी चिंतित है। हाल ही में तस्करों से गुलदार की तीन खालें मिलने के बाद बाघों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग ने यूपी के वनाधिकारियों के साथ बैठक कर रणनीति बनाई। दोनों राज्यों के वनाधिकारियों ने तय किया कि अब राज्यों की सीमा में ज्वाइंट पेट्रोलिंग की जाएगी साथ ही वन तस्करी की सूचनाएं भी आपस में शेयर की जाएंगी ताकि तस्करों को दबोचा जा सके।

बॉर्डर पर होगी ज्वाइंट पेट्रोलिंग

वन विभाग के अनुसार खटीमा के सुरई रेंज, किलपुरा व खटीमा रेंज तथा यूपी के पीलीभीत के मोहाफ रेंज में बाघों की संख्या लगभग 70 बताई गई है। दोनों राज्यों के जंगल आपस में मिले हुए हैं। इसका वन्य जीव तस्कर फायदा उठाते हैं। जंगल में बाघों के शिकार को रोकने के लिए दोनों राज्यों के वन अधिकारियों ने गुरुवार को खटीमा में बैठक की, जिसमें वाइल्ड लाइफ की टीम के साथ यूपी के पीलीभीत, मोहाफ रेंज व ऊधमसिंह नगर जिले के वन अधिकारी शामिल हुए। बैठक में वन्य जीवों के शिकार को रोकने पर मंथन किया गया। वन अधिकारियों ने माना कि यदि दोनों राज्यों के वनकर्मी सीमा क्षेत्र के जंगल में नियमित पेट्रो¨लग करें तो वन्यजीवों की सुरक्षा बहाल रहेगी साथ ही वन तस्करी पर भी लगाम लग सकेगी। बैठक में पीलीभीत के डीएफओ कैलाश प्रसाद, मोहाफ रेंज के एसडीओ जेपी सिंह, ऊधमसिंह नगर के डीएफओ नीतीशमणि त्रिपाठी, एसडीओ बाबूलाल, रेंजर आरके मौर्या आदि मौजूद थे।