- ध्वस्तीकरण के विरोध में व्यापारियों ने किया बाजार बंदी का ऐलान

- सेंट्रल मार्केट समेत शास्त्रीनगर और जागृति विहार का बाजार भी होगा प्रभावित

मेरठ। 27 सितंबर को ध्वस्तीकरण के विरोध में आवास विकास के व्यापारियों ने रविवार को बैठक का आयोजन कर बाजार बंदी का ऐलान कर दिया। बैठक में सेंट्रल मार्केट संघर्ष समिति में यह निर्णय लिया गया कि जब तक ध्वस्तीकरण से राहत नहीं मिलेगी बाजार नहीं खोला जाएगा।

गिर जाएंगे शटर

ध्वस्तीकरण के विरोध के चलते सोमवार से सेंट्रल मार्केट समेत शास्त्रीनगर, मंगलपांडे नगर और जागृति विहार में बाजार बंदी का ऐलान किया गया है। अधिकतर व्यापारियों ने समर्थन का आश्वासन दिया है। ऐसे में सोमवार सुबह से ही व्यापारी अपनी दुकानों को बंद कर सड़क पर एकत्र हो जाएंगे और आवास विकास के विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

संघर्ष समिति का गठन

ध्वस्तीकरण के विरोध में रविवार को सेंट्रल मार्केट के व्यापारियों ने संघर्ष समिति का गठन कर आंदोलन की शुरुआत कर दी। 15 व्यापारियों की इस समिति में किशोर वाधवा वरिष्ठ अध्यक्ष, सतीश गर्ग संयोजक और विजय गुप्ता को संरक्षक बनाया गया है। रविवार को समिति के संचालन के लिए व्यापारियों से चंदा एकत्र किया गया।

आरपार की लड़ाई

बैठक को संबोधित करते किए सेंट्रल मार्केट अध्यक्ष किशोर वाधवा ने आरपार की लड़ाई के लिए ऐलान कर दिया। व्यापारियों ने एक मत होकर आवास विकास के अभियान का विरोध करने का मन बना लिया है। इस मामले में शहर व्यापार संघ समेत आसपास के सभी व्यापार संगठनों को शामिल किया गया है।

डीएम से मिले वाजपेयी

सेंट्रल मार्केट के मामले में रविवार को पूर्व विधायक लक्ष्मीकांत वाजपेयी व्यापारियों के पक्ष में डीएम से मिले और राहत दिलाने की मांग की। लगभग एक घंटे तक हुई मीटिंग में डीएम ने भी राहत दिलाने का आश्वासन दिया है।

कोट्स-

आवास विकास की मनमानी किसी भी प्रकार से चलने नहीं दी जाएगी। व्यापारी प्रशासन से हर स्तर पर समझौता करने को तैयार हैं लेकिन ध्वस्तीकरण नहीं होने दिया जाएगा।

- किशोर वाधवा

बाजार में किसी भी प्रकार से ध्वस्तीकरण नहीं होने दिया जाएगा। इसके लिए सभी व्यापारी दुकानों पर डटे रहेंगे।

- राजीव गर्ग

व्यापारियों को प्रशासन से त्योहारों के सीजन में राहत की उम्मीद है। प्रशासन को इतना तो समय और सहयोग देना ही चाहिए।

- रजत गोयल