-मौसम विभाग ने कहा, ज्यादा बिगड़ेगा मौसम

-गुजरात, राजस्थान और एमपी की घटना से लोगों में है दहशत

बरेली :

गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुई घटना के बाद बरेलियंस भी डरे हुए हैं. वेडनसडे को पश्चिमी विक्षोभ का असर कम होने से लोगों ने खासी राहत महसूस की, लेकिन देर शाम अचानक मौसम बदलने से लोगों की दिलों की धड़कनें बढ़ गई. अचानक आंधी के साथ आई बारिश और बिजली की तड़तड़ाहट की वजह से कोई जल्दी घर जाते दिखा तो कोई जहां था वहीं पर छुपने की जगह तलाशता दिखा. वहीं बारिश की वजह से लोगों को एक बार फिर से ठंडक का अहसास हुआ. जिसकी वजह से देर शाम और ठंडक बढ़ गई. वहीं मौसम विभाग का कहना है कि अब मौसम का रुख ज्यादा खराब नहीं होगा. आने वाले दिनों में मौसम साफ रहेगा और टेम्प्रेचर में ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं होगी.

देर रात तक होती रही बारिश

देर शाम मौसम का रुख कुछ इस कदर बदला कि उसने शहर की सूरत बदल कर रख दी. पहले तेज हवाओं से शहर में कूड़ा कचरा फैल गया और बाद में हुई बारिश की वजह से पूरे शहर में जगह-जगह कीचड़ हो गया. वहीं आंधी की वजह से शहर में कई जगहों की होर्डिग भी टूट गई.

छाये रहेंगे बादल

वेदर एक्सपर्ट एचएस कुशवाह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ का असर वेडनसडे को खत्म हो गया है. अब बरेली में कुछ समय के लिए मौसम में परिवर्तन आ सकता है, लेकिन ज्यादा भयंकर तरीके से बारिश या आंधी तूफान नहीं आएगा. वहीं धूप में भी नर्मी रहेगी. हर दिन आसमान में बादल छाये रह सकते हैं, इससे तापमान में बहुत ज्यादा बढ़ोत्तरी नहीं होगी.

उतरता-चढ़ता रहा पारा

आंधी-बारिश के चलते टेंप्रेचर में तेजी से गिरावट दर्ज की गई. बीती 14 अप्रैल को मैक्सिमम टेंप्रेचर 39.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था जबकि बारिश के बाद ट्यूजडे को मैक्सिमम टेंप्रेचर लुढ़ककर 27.1 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, वहीं मिनिमम टेंप्रेचर 23.5 सेल्सियस दर्ज किया गया था. वेडनसडे को धूप निकलने के बाद मैक्सिमम टेंप्रेचर दो डिग्री बढ़कर 26.2 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया जबकि मिनिमम टेंप्रेचर 18.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वेदर एक्सपर्ट की मानें तो अगले दस दिनों में मैक्सिमम टेंप्रेचर 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है.