- ग्रामीणों का फूटा आक्रोश, किया दो घंटे तक एनएच 84 जाम

- घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस पदाधिकारी, मुआवजे के बाद मुक्त हुई सड़क

PATNA/ BUXAR : औद्योगिक थाना के चुरामनपुर गांव में मंगलवार की देर रात अज्ञात हमलावरों ने भूसा व्यवसाई कन्हैया यादव पचास वर्ष के सर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। घटना की जानकारी होने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह शव के साथ सड़क जाम कर दिया। जाम सुबह सात बजे से नौ बजे तक रही। इस दौरान वे हत्यारे की गिरफ्तारी व मुआवजे की मांग कर रहे थे। सदर डीएसपी शैशव कुमार के नेतृत्व में पुलिस ने सामाजिक सुरक्षा योजना मद से बीस हजार की राशि पीडि़त परिवार को दे मामले को सलटाया।

इसके बाद ग्रामीणों ने सड़क को मुक्त किया और परिचालन शुरु हुआ। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद पुलिस ने शव को परिजनों के हवाले कर दिया। घटना के पीछे किसी की क्या मंशा थी इसकी पुलिस अभी तक पता नहीं लगा पायी है। हालांकि, क्षेत्र में लूट की नियत से हत्या की चर्चा है। सड़क जाम के दौरान पहुंचे थाना प्रभारी जितेन्द्र कुमार ने मामले को संभालने का भरपूर प्रयास किया। लेकिन गुस्साए ग्रामीण उनकी बात सुनने को तैयार नहीं थे। ऐसे में मामले को संभालने सदर डीएसपी शैशव कुमार व मजिस्ट्रेट अनिता भारती ने ग्रामीणों को घटना की छानबीन कर हत्यारों को तत्काल गिरफ्तार कराने का आश्वासन दिया।

इसके बाद वे सड़क को जाम से मुक्त करने को तैयार हुए। हालांकि, छोटे व्यवसाई की चुरामपुर में यह दूसरी बड़ी हत्या है। इससे पूर्व महज कुछ रूपयों के लिए कबाड़ व्यवसाई श्री भगवान साह पचास वर्ष की अपराधियों ने पिछले वर्ष ख्क् नवंबर की रात राड से पीट कर उसे बुरी तरह जख्मी कर दिया था। जिसमें उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी थी। इस क्षेत्र में मारपीट हत्या जैसी कई घटनाएं होते आ रही है। इससे क्षेत्र के निवासियों में भय पनपने लगा है। सूत्र बताते है की कन्हैया की पत्नी की दिमागी हालत सही नहीं है। उसकच् बच्चा काफी देर से हुआ है। ऐसे में उसका पचास वर्ष के उम्र में एक चार व एक एक वर्ष कच् बच्चा है। वह सड़क कनारे ही सोता था।

पहले भी हो चुकी है छिनैती

कन्हैया यादव पिछले दस वचर्् से ज्यादा से भूसा का व्यवसाय करता था। उसके साथ पूर्व में भी छिनैती की घटना हुई थी। इस मामले में उसने थाने को सूचना दिया था। लेकिन, उसके आवेदन को पुलिस ने मामूली घटना मानते हुए उस पर उपयुक्त कार्रवाई नहीं की इस वजह से उसे अपने जान गंवानी पड़ी। इस घटना से ग्रामीण क्षेत्र के छोटे व्यवसायियों की सुरक्षा पर सवाल खड़े होने लगे हैं।