- आवारा जानवर भी हैं शहर में जाम की बड़ी वजह - सड़कों पर डेरा जमाए सांड़, गायों के चलते अक्सर पब्लिक झेलती है मुसीबत GORAKHPUR: शहर में होने वाले जाम के झाम के पीछे आवारा जानवर भी एक बड़ी वजह बन रहे हैं। मुख्य सड़कों से लेकर गली-मोहल्लों तक बढ़ती जा रही इनकी तादाद आए दिन पब्लिक का चलना दूभर कर रही है। खासकर भीड़भाड़ वाले इलाकों में तो आवारा जानवरों के चलते जाम की काफी दिक्कत रहती है। सड़क के बीचोंबीच डेरा जमाए रहने वाले जानवरों के चलते अक्सर जाम लगता है। दूसरी ओर नगर निगम के जिम्मेदार हैं जो इस समस्या से छुटकारा दिलाने के दावे तो खूब करते हैं लेकिन हकीकत में होता कुछ नहीं। स्पॉट - दीवान बाजार समय - दोपहर 12 बजे दीवान बाजार में दर्जनभर से अधिक सांड़ों का स्थाई बेसरा है। भीड़भाड़ वाले इस मार्केट में दिनभर सड़कों पर सांड़ों का जमावड़ा नजर आता है। चौराहे के पास दुकानों के आसपास सांड़ हमेशा बैठे रहते हैं। जिसके चलते अक्सर यहां जाम लगता है। एक व्यापारी ने बताया कि इस एरिया में सांड़ों की तादाद काफी बढ़ गई है। नगर निगम की तरफ से अभियान चलाने की बात तो की जाती है लेकिन इसके बावजूद सांड़ों को हटाने के लिए जिम्मेदारों ने कुछ नहीं किया। स्पॉट - विजय चौराहा समय - 12.30 बजे विजय चौराहे पर भी आवारा जानवरों का काफी जमावड़ा रहता है। यहां ज्यादातर समय करीब दस सांड़ व गाय बैठे नगर आ जाएंगे। दो सांड़ तो सड़क के बिल्कुल बीचोंबीच खड़े मिले। वाहन सवार तो किसी तरह उनके अगल-बगल से बचकर निकल रहे थे। लेकिन पैदल आने-जाने वालों के लिए वहां से गुजरना काफी मुश्किल हो रहा था। आसपास के दुकानदारों ने बताया कि यहां आवारा जानवरों की वजह से जाम तो लगता ही है, ये हादसों का कारण भी बन जाते हैं। स्पॉट - गणेश चौराहा समय - एक बजे गणेश चौराहे पर भी यही समस्या नजर आई। यहां तीन सांड़ं सड़क पर ही खड़े मिले। वहीं, छुट्टा गायें भी नजर आईं। इन जानवरों के चलते यहां जाम की स्थिति बनी हुई थी। राहगीर सांड़ों के डर से कतराकर चल रहे थे। वहीं थोड़ी दूर आगे दो सांड़ दिखाई दिए वह सड़क के बीचोंबीच बैठे थे। आसपास के लोगों ने बताया कि यहां आवारा जानवरों का बहुत आतंक है। ये जानवर कई बुजुर्गो और महिलाओं को घायल कर चुके हैं। स्पॉट - अलीनगर समय - 1.30 बजे अलीनगर एरिया में भी अक्सर जाम लगता है। आवारा जानवर भी इसकी बड़ी वजह हैं। मंगलवार को भी सड़कों पर डेरा जमाए आवारा जानवरों के चलते अलीनगर चौराहा जाम से जूझता मिला। छुट्टा पशुओं के साथ ही यहां सांड़ भी चौराहे के आसपास घूम रहे थे। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि यहां अक्सर सांड़ आपस में लड़ने लगते हैं जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो जाता है। कूड़ा पड़ाव केंद्र भी छुट्टा पशुओं का ठिकाना बन चुका है। कोट्स आर्यनगर में दो दर्जन से अधिक सांड़ों का स्थाई ठिकाना है। दर्जन भर व्यापारी सांड़ों के हमले से घायल हो चुके हैं मगर नगर निगम ने उन्हें पकड़ने के लिए किसी प्रकार की जहमत नहीं उठाई। मनोज कुमार, प्रोफेशनल दो साल में आवारा पशुओं के चलते दर्जन भर मौतों के बाद भी नगर निगम के पास इसे लेकर ठोस योजना नहीं है। जल्द ही पशुबाड़ा का निर्माण करवाना चाहिए। जिससे खतरनाक सांड़ों से लोगों को बचाया जा सके। मुन्ना ठाकुर, प्रोफेशनल सड़कों से लेकर गलियों तक में सांड़ और छुट्टा पशु घूम रहे हैं। ये जाम के भी बड़े कारण हैं। जिम्मेदार सिर्फ हवाई वादे कर रहे हैं। सड़क पर जानवर छोड़ने वाले पशुपालकों पर कार्रवाई होनी चाहिए। - शशिभूषण, प्रोफेशनल वर्जन अभियान के तहत आवारा पशुओं को पकड़ बाहर एरियाज में छोड़ा जा रहा है। जल्द ही शहर से आवारा जानवरों को पूरी तरह हटा दिया जाएगा। - प्रेम प्रकाश सिंह, नगर आयुक्त