-काशी के 100 स्ट्रीट फूड वेंडर्स स्किल्स से हुए लैस, सफाई पर दे रहे विशेष ध्यान

-टेस्ट पास करने वाले वेंडर्स रोड किनारे अपनी दुकानों पर ड्रेस पहन चमका रहे अपना बिजनेस

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Varanasi काशी के स्ट्रीट फूड वेंडर्स की सूरत और सीरत दोनों बदल रही है। अब शहर के चाट ठेले और पान की दुकानों पर वेंडर्स बाकायदा ड्रेस पहने नजर आएंगे। इसकी शुरुआत भी हो चुकी है। कौशल विकास मिशन के तहत सिटी के 100 वेंडर्स को सॉफ्ट स्किल, हाईजीन और प्रोफेशनलिज्म की ट्रेनिंग दी गई है। इस टेस्ट को पास करने वाले 20 वेंडर्स ड्रेस पहनकर सड़क किनारे स्ट्रीट फूड के अपने बिजनेस को चमका भी रहे हैं।

ट्रेनिंग के बाद prize भी

इंग्लिशिया लाइन तिराहे के पास स्थित जवाहर लाल नेहरू मार्केट में चाट का ठेला लगाने वाले शशि गुप्ता बताते हैं कि ट्रेनिंग के लिए उनके सहित क्00 स्ट्रीट वेंडर्स को चुना गया था। इस ट्रेनिंग के बाद सभी का टेस्ट हुआ जिसमें ख्0 वेंडर्स को सक्सेस डिक्लेयर किया गया है। इन ख्0 में से शशि को फ‌र्स्ट प्राइज मिला और उन्हें एक ठेला दिया गया। सेकेंड प्राइज जूस का ठेला लगाने वाले पारस को मिला। उन्हेंक्0 हजार रुपये का ईनाम मिला। जबकि कैंट स्टेशन के बाहर पान का ठेला लगाने वाले रवि को थर्ड प्राइज के रूप में सर्टिफिकेट के साथ पांच हजारे रुपये का इनाम मिला।

दिखने लगा बदलाव

शशि बताते हैं कि वो पिछले क्भ् साल से जवाहर लाल नेहरू मार्केट में चाट का ठेला लगा रहे हैं लेकिन जो बदलाव उन्होंने ट्रेनिंग के बाद महसूस किया है वैसा कभी पहले फील नहीं हुआ। शशि बताते हैं कि जब से ट्र्ेनिंग मिली है उसके बाद से उनके ठेले पर लोगों की आमद बढ़ गई है। लोग साफ सफाई और बातचीत का सलीका देखकर आते हैं। ड्रेस पहनने के बाद से लोग उनकी माउथ पब्लिि1सटी भी कर रहे हैं।

ट्रेनिंग ने दिया पॉजिटिव चेंज

फेरी पटरी ठेला व्यवसायी समिति के सचिव प्रमोद कुमार निगम बताते हैं कि पहले पटरी व्यवसायियों का हाल जानने वाला कोई नहीं था। केंद्र सरकार की इस ट्रेनिंग से एक पॉजिटिव चेंज आया है। वेंडर्स ने स्वच्छ काशी अभियान में भाग लेना शुरू कर दिया है। उनके मुताबिक स्किल इंडिया मिशन के तहत अभी ख्0 वेंडर्स ट्रेनिंग पा चुके हैं। इन्हें जल्द ही एप्रन, कैप व ग्लव्स प्रोवाइड किये जाएंगे ताकि हाईजीन के साथ स्ट्रीट फूड सर्व कर सकें। इन वेंडर्स को स्वच्छता मिशन के बारे में भी बताया गया है। इनके ठेले के सामने गंदगी देखने को नहीं मिलेगी। उन्होंने बताया कि अलग-अलग बैच में शहर के भ्000 और वेंडर्स को जल्द ही ट्रेनिंग दी जाएगी। इससे न केवल लोगों को साफ सुथरा स्ट्रीट फूड खाने को मिलेगा बल्कि बनारस आने वाले टूरिस्ट्स को भी शहर की बदली हुई तस्वीर देखने को मिलेगी।

कस्टमर्स भी खुश

प्राइवेट कॉलेज के बीकॉम के स्टूडेंट शुभम सिंह कहते हैं कि इस तरह के ठेलों की तरफ अब ज्यादा लोग अट्रैक्ट हो रहे हैं। इसी तरह एक अन्य कॉलेज की स्टूडेंट रीमा अपने फ्रेंड्स के कहने पर यहां आई थीं। उनका कहना है कि ठेले पर भी चाट खाने पर रेस्टोरेंट वाली फील मिली। बहुत ही प्रोफेशनल तरीके से चाट और गोलगप्पे सर्व किए गए।

ट्रेनिंग के दौरान मिले ये टिप्स

- वीडियो सेशन में बताया गया कैसे रखें पर्सनल हाईजीन।

- स्ट्रीट फूड सर्व करते समय एप्रन, टोपी और ग्लव्स पहनें।

- ठेले के आसपास रखें सफाई।