स्ट्रीट लाइट न जलने का फायदा उठाकर लोगों के घर बाहर से लॉक कर दिए और एक घर का ताला काटने लगे। आधा काम हो भी गया था लेकिन पब्लिक की अलर्टनेस से उनके मंसूबे पूरे नहीं हुए। सभी ने मिलकर चोरों को खदेड़ लिया। खुद को फंसता देख चोरों ने फायरिंग कर दी। दो युवक घायल हो गए जिन्हें उर्सला में एडमिट कराया गया है.


बाहर से lock कर दिए दरवाजे
नौबस्ता हंसपुरम सी-फोर एरिया के रहने वाले चन्द्रबाबू फैमिली के साथ रिश्तेदार के यहां गए हुए थे। रात 2.30 बजे का वक्त था। चार बदमाश चन्द्रबाबू के घर का ताला काट रहे थे। खटपट की आवाज सुनकर पड़ोसी रजोल  की आंख खुल गई। रजोल ने माजरा जानने के लिए घर से बाहर निकलने की कोशिश की दरवाजा बाहर से लॉक था। चोरों ने एक-एक कर 12 घरों की कुंडी बाहर से लगा दी थी.


गोली खाकर टाली वारदात
रजोल ने छज्जे से झांककर देखा तो गली में अंधेरा पसरा था। सारी स्ट्रीट लाइट्स बंद थीं। रजोल ने कंट्रोल रूम का नंबर डायल किया लेकिन कोई रेस्पॉन्स नहीं मिला। इसके बाद रजोल ने पड़ोसी अरविंद उर्फ गुड्डू पांडे को फोन कर  बताया। अरविंद ने कई और पड़ोसियों को फोन कर दिया।

अरविंद घर के बाहर निकले तो उनकी नजर पेड़ के पीछे छिपे चार बदमाशों पर पड़ी। लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया तो बदमाश फायरिंग करते हुए भागने लगे। बदमाशों की गोली अरविंद और रजोल के जा धंसी। दोनों को  इलाज के लिए उर्सला में एडिमट कराया गया है। सवा दो घंटे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची.


ऐसे control room का  क्या  करें?
खराब स्ट्रीट लाइट्स और कंट्रोल रूम से रेस्पॉन्स न मिलने को लेकर आक्रोशित हो गए। एरिया के लोगों का कहना है कि अगर लाइट सही होतीं और कंट्रोल रूम से रेस्पॉन्स मिल जाता तो दो-दो लोगों को गोली न लगती और लुटेरे भी गिरफ्त में होते। घटनास्थल से आधा किलोमीटर की दूरी पर चौकी है लेकिन गश्त में एक भी सिपाही नहीं दिखता है.