-एमपीवीएम गंगागुरुकुलम में आयोजित हुआ स्ट्रेस मैनेजमेंट वर्कशाप

prayagraj@inext.co.in

PRAYAGRAJ: स्ट्रेस आज के समय में लाइफ का हिस्सा बन गया है। ऐसे में कुछ टिप्स लाइफ को स्ट्रेस फ्री बनाने में काफी मददगार साबित होते हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए महर्षि पतंजलि प्रबंध समिति की ओर से गुरुवार को गंगागुरुकुलम के राधाकृष्णन सभागार में प्राण चिकित्सा तकनीकि के जरिए स्ट्रेस फ्री लाइफ पर एक दिवसीय वर्कशाप का आयोजन किया गया। इसमें स्कूल प्रबंधन के साथ ही टीचर्स, पैरेंट्स और स्टूडेंट्स ने पार्टिसिपेट किया। संचालन प्राण चिकित्सा की वरिष्ठ निर्देशिका अदिति कोहली ने किया। ऑल इंडिया चिन्मय मिशन युवा केन्द्र के निदेशक आचार्य स्वामी चिदरूपानंद, माधवाचार्य, स्कूल की सचिव प्रो। कृष्णा गुप्ता, कोषाध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता, शिक्षा निदेशक मधुकर गुणे, पतंजलि विद्यालय समूह की प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो, अल्पना डे, मोनिका दत्ता, किरण कोचर एवं शिक्षक एवं शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।

पांच प्रकार के मनुष्य

स्वामी चिदरूपानन्द जी ने कहा कि जीवन में पांच प्रकार के मनुष्यों से हमारा परिचय होता है। मित्र, शत्रु, तटस्थ प्रवृत्ति वाले, उपजीवी एवं परजीवी। इनके बीच समुचित अ‌र्न्तसम्बन्धों को बनाए रखने की कला ही जीवन जीने की सर्वोत्तम कला है। हर व्यक्ति की अपनी सीमाएं एवं क्षमता है। प्रत्येक के साथ समभाव से व्यवहार करना एवं घृणा की भावना का परित्याग करना जीवन को सुखद एवं सरल बनाता है। माधवाचार्य ने कहा कि यदि आपकी दृष्टि अच्छी है तो आप संसार से प्रेम करेंगे, लेकिन यदि आपकी वाणी अच्छी है तो सम्पूर्ण संसार आपको प्रेम करेगा। अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में अदिति कोहली ने कार्यशाला के मुख्य विषय प्रभावशाली शिक्षण के लिए शक्तिशाली ऊर्जा तकनीकि कौशल पर प्रकाश डालते हुए स्ट्रेस खत्म करने के कई टिप्स दिए। आखिर में एमपीवीएम की प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो ने धन्यवाद ज्ञापित किया।