- डीजीपी को सीएम अखिलेश यादव ने दिये निर्देश

- लखनऊ की खबर को गलत ढंग से प्रचारित करने पर जताई नाराजगी

LUCKNOW: सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर सख्ती से लगाम लगाये जाने के निर्देश सीएम ने डीजीपी को दिये हैं। उन्होंने यह निर्देश सोशल मीडिया और कुछ न्यूज पोर्टल पर चल रही भ्रामक और सनसनीखेज खबरों को लेकर दिये हैं। जिसमें जानकीपुरम की एक छात्रा की रेप के बाद हत्या के मामले में 21 लोगों के इंवॉल्व होने की बात कही गयी है। यह खबर साउथ के कुछ न्यूज पोर्टल पर भी पब्लिश की गयी है। सोमवार को इस खबर का खंडन करने के लिए मीडिया के सामने खुद आईजी जोन लखनऊ ए। सतीश गणेश आये और उक्त खबर को पूरी तरह निराधार बताया।

सरकार के खिलाफ हो रही है साजिश

सूत्रों की मानें तो सीएम ने कहा है कि ऐसे मैसेज फैलाकर चुनाव से पहले सरकार के खिलाफ साजिश की जा रही है, जिस पर लगाम लगाये जाने की जरूरत है। क्योंकि सोशल मीडिया का सहारा लेकर कुछ लोग प्रदेश का माहौल भी खराब करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को आईडेंटिफाई कर कार्रवाई करने के निर्देश दिये गये हैं।

डीजीपी ने जांच के आदेश दिये

सूत्रों की मानें तो सीएम के निर्देश के बाद डीजीपी ने आईजी लखनऊ से इस पूरे मामले में रिपोर्ट मांगी है और उन लोगों के बारे में भी जानकारी मांगी है जहां से इस तरह की खबरों को सर्कुलेट किया गया है। उक्त खबर वेब पोर्टल के अलावा फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्स एप्प पर भी तेजी के साथ वायरल हो रही है। वायरल हो रही खबर पर लगाम लगाने और उसके खंडन के लिए भी डीजीपी ने निर्देश आईजी को दिये हैं।

छात्रा समेत 4 लोगों के लिए गये थे 35 सैंपल

आईजी लखनऊ ने मीडिया को बताया कि घटना के बाद म़ृतक छात्रा और चार अरेस्ट किये गये लोगों के कुछ 35 डीएनए सैंपल साइंटिफिक फारेंसिक लैब को भेजे गये थे। इनमें अरेस्ट किये गये दो युवकों के डीएनए पॉजिटिव पाये गये हैं। उन्होंने बताया कि अरेस्ट किये गये चारों युवकों का पालीग्राफी टेस्ट और नार्को टेस्ट भी कराया गया है। नार्को टेस्ट की रिपोर्ट भी आ गयी है जिसका अध्ययन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि 21 लोगों के शामिल होने की खबर पूरी तरह निराधार है।