- मेरठ पहुंचे डीजीपी और प्रमुख सचिव गृह

- कहा, बवाल करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

- शासन-प्रशासन कराएगा घायलों का इलाज

- संवेदनशील स्थानों पर स्थाई रूप से रहेगी पुलिस

Meerut: कोतवाली क्षेत्र में प्याऊ लगाने को लेकर हुए विवाद को शासन ने भी गंभीरता से लिया है। रविवार सुबह मेरठ पहुंचे डीजीपी एएल बनर्जी और एडीजी प्रमुख गृह अनिल कुमार ने सर्किट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस की। अधिकारियों ने साफ कहा कि शहर की फिजा खराब करने वालों को किसी सूरत में नहीं बख्शा जाएगा। सख्त कार्रवाई कर बवालियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही पर उन्होंने जांच में दोषी पाए जाने के बाद कार्रवाई करने की बात कही।

प्याऊ पर रहेगी पुलिस

जिस कुएं के पास पानी की प्याऊ लगाने को लेकर बवाल हुआ, वहां अब से तीन साल पहले तक पीएसी तैनात थी। कुएं पर स्टे होने के बाद फोर्स हटा ली थी। अब डीजीपी ने हमेशा के लिए इस कुएं पर फोर्स तैनात करने के निर्देश दे दिए हैं। डीजीपी ने कहा जो पिकेट पहले तैनात थी उसको अब दोबारा वापस लगाया जाएगा। साथ ही शहर के अन्य संवेदनशील स्थानों पर भी फोर्स तैनात की जाएगी। ताकि कहीं भी बवाल होने की संभावना न हो।

शासन कराएगा उपचार

बवाल में जो भी लोग घायल हुए हैं, उनका उपचार शासन कराएगा। प्रमुख सचिव गृह ने कहा कि घायल और गंभीर रुप से जो भी लोग बवाल में घायल हुए है उनका पूरा खर्चा शासन द्वारा उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि चल अचल संपत्ति का जो नुकसान है उसकी भी सरकार की ओर से सहायता की जाएगी।

लापरवाही पर कार्रवाई होगी

छोटे से विवाद ने इतना बड़ा रुप आखिर कैसे लिया, अधिकारी घटना स्थल पर लेट कैसे पहुंचे? इन सवालों के जवाब में प्रमुख सचिव ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। डीएम नवदीप रिणवा से रिपोर्ट मांगी गई है। जिन-जिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आएगी, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

शांति की अपील

प्रमुख सचिव और डीजीपी ने मीडिया के माध्यम से शहरवासियों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा कि जो भी हुआ है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। किसी भी अफवाहों पर ध्यान न दें। शहर में अमन चैन कायम रखें।