DEHRADUN : प्रसव पूर्व लिंग परीक्षण तकनीकी यानी पीसीपीएनडीटी एक्ट को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाया है। शुक्रवार को हुई पीसीपीएनडीटी सलाहकार समिति की बैठक में डीएम एवं समिति के अध्यक्ष एसए मुरुगेशन ने अगस्त के महीने में बहुत कम अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का निरीक्षण किये जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी कि इस मामले में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने गिरते लिंगानुपात पर भी चिन्ता जताई। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिये हैं कि जनपद में संचालित हो रहे अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का नियिमत रूप निरीक्षण किया जाय।

क्क्0 रजिस्ट्रेशन कैंसिल

सीएमओ डॉ। टीसी पंत ने बताया कि जिले में अब तक कुल पंजीकृत अल्ट्रासाउण्ड केन्द्र ख्फ्फ् है। अब तक क्क्9 केन्द्रों के पंजीकरण निरस्त किये गये हैं। जिले में कार्य कर रहे अल्ट्रासाउंड केन्द्र क्क्ब् हैं। विकासनगर में क्म्, ऋषिकेश में क्फ्, डोईवाला में ब्, मसूरी में ख् और देहरादून शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में 79 अल्ट्रासाउंड केन्द्र संचालित हो रहे हैं। जनवरी से अगस्त ख्0क्7 तक 7फ् अल्ट्रासाउंड केन्द्रों का निरीक्षण किया गया है। इस दौरान ख्म् केन्द्रों के पंजीकरण का नवीनीकरण किया गया। क्भ् मशीनें सील की गयी हैं और 7 केन्द्रों का पंजीकरण निरस्त किया गया है। ब् केन्द्र निलंबित किये गये हैं।