कैम्पस से बेदखल तो शहर में डाली खलल

विद्या मंदिर में जहां किताब, कॉपी और पढ़ाई का माहौल होता है वहां इस समय बूटों की खटपट और संगीन नजर आ रहे हैं। स्टूडेंट्स, टीचर्स और क्लासेज ठप पड़े हुए हैं। यहां बात महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की हो रही है। यहां दूसरे दिन यानि शनिवार को भी पढ़ाई लिखाई का माहौल नहीं  रहा। पूरे कैंपस में पुलिस और पीएसी के जवान ही दिखायी दिए। यूनिवर्सिटी कैंपस छावनी में तब्दील रहा। सभी एंट्री पॉइंट्स को बंद कर दिया गया था। वहीं नाराज स्टूडेंट्स कैंपस में नहीं घुस पाए तो बाहर जमकर तोडफ़ोड़ की।

बची बस और पैसेंजर्स की जान

 

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रसंघ पदाधिकारियों की गिरफ्तारी को लेकर आक्रोशित स्टूडेंट्स का गुस्सा दूसरे दिन भी फूटा। नाराज स्टूडेंट्स ने अपना गुस्सा रोडवेज की एक अंडरटेकिंग बस पर उतारा। लहरतारा एरिया में बस पर स्टूडेंट्स ने न केवल पथराव किया बल्कि पेट्रोल छिड़क कर आग लगा दी। अच्छा था कि इसमें सवार पैसेंजर्स बाल बाल बच गए। वरना बड़े हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता। बस ड्राइवर व क्षेत्रीय दुकानदारों ने मिट्टी व पानी डालकर किसी तरह आग पर काबू पाया। सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस भी पहुंच गई। बाद में पुलिस ने इस मामले में सात युवकों/छात्रों को कस्टडी में ले लिया।  

 

फिर पुलिस खा गयी धोखा

 

पुलिस एक बार फिर गच्चा खा गयी। यूनिवर्सिटी कैंपस और आसपास के एरिया को निशाने पर रखी पुलिस इससे आगे सोच ही नहीं पायी। इसी का फायदा स्टूडेंट्स ने उठा लिया। ड्राइवर धर्मबली के मुताबिक दोपहर तीन बजे रोडवेज बस स्टैंड से इलाहाबाद जाने के लिए बस निकली। जैसे ही बस लहरतारा स्थित कैंसर हॉस्पिटल पहुंची। कुछ युवकों ने रोड पर खड़े होकर बस को रुकने का इशारा किया। जब तक स्थिति को समझते तब तक बस उनके पास पहुंच गयी और ब्रेक लगाना पड़ा। बस रुकते ही मौके पर करीब डेढ़ दर्जन युवक और पहुंच गए। युवकों ने बस के आगे का शीशा ईंट से फोड़ पथराव करने लगे। वहीं एक युवक ने पेट्रोल छिड़क माचिस से आग लगा दी। इस दौरान बस में 25 पैसेंजर्स सवार थे। जिनमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल थी। पथराव व आगजनी की घटना से बस में अफरातफरी मच गई। पैसेंजर्स कूद कर भागने लगे। जिसके चलते कई चोटिल हो गए। ड्राइवर ने बताया कि किसी तरह मिट्टी डालकर आग बुझाया गया। इस दौरान क्षेत्रीय दुकानदारों ने भी हेल्प की।

ड्राइवर ने पुलिस को किया कॉल

 बस में तोडफ़ोड़ और आग लगाने की सूचना ड्राइवर ने पुलिस को दी। स्थिति को भांपते हुए ड्राइवर ने तत्काल 100 नंबर पर फोन कर दिया। जब तक पुलिस पहुंची तोडफ़ोड़ करने युवक कैंसर हास्पिटल की ओर से भाग गए। सभी उपद्रवी युवक बाइक से आए थे। युवकों ने अपनी बाइक हॉस्पिटल कैंपस में खड़ी की थी। बाद में पुलिस ने मलदहिया चौराहे से दौड़ाकर तीन स्टूडेंट्स को कस्टडी में ले लिया। इसके अलावा चार और स्टूडेंट्स को भी अन्य जगहों से पुलिस ने अपनी कस्टडी में लिया।

छात्रसंघ किया सील

स्टूडेंट्स के बवाल के बाद महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ एडमिनिस्ट्रेशन ने शनिवार को न केवल छात्रसंघ भवन की बिजली काट दी बल्कि बिल्डिंग पर अपना ताला भी चढ़ा दिया। एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक नियमावली की धारा चार (दो) में छात्रसंघ का कार्यकाल सत्रांत अथवा अगले निर्वाचन के नामांकन की तिथि जो भी पहले हो तक होगा। ऐसे में छात्रसंघ का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। वहीं छात्रसंघ प्रेसिडेंट आशुतोष कुमार सिंह 'आशुÓ ने छात्रसंघ पर ताला लगाने की घटना को तानाशाही बताया। कहा कि यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड यूपी कॉलेज में एक तरफ छात्रसंघ का इनॉगरेशन होने जा रहा है तो वहीं यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन कार्यकाल पूरा होने की बात कर रहा है। यूनिवर्सिटी व कॉलेज में अलग-अलग रूल कैसे चलेगा। कहा कि पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के बल पर गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। स्टूडेंट्स शांतिपूर्ण तरीके से अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

 

छात्रसंघ पदाधिकारियों को राहत  

स्टूडेंट्स के बवाल को देखते हुए पुलिस ने 23 अगस्त को छात्रसंघ प्रेसिडेंट आशुतोष कुमार, उपाध्यक्ष अभिषेक कुमार सिंह व महामंत्री दिलीप कुमार को अरेस्ट कर लिया था। शनिवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अमरनाथ कुशवाहा की कोर्ट ने छात्रसंघ पदाधिकारियों की जमानत दे दी।

दिन भर चली लुका छिपी

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पूरे दिन छात्र व पुलिस के बीच लुकाछिपी का खेल चलता रहा। छात्र सुबह दस बजे जैसे ही भारत माता मंदिर पर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्टे्रशन का पुतला लेकर पहुंचे पुलिस आ गई। स्टूडेंट्स ने पुतले को झाड़ी में छिपा अपने भी छिप गए। लगभग एक घंटे तक पुलिस छात्रों का इंतजार करने के बाद वासस लौट गई। जैसे ही पुलिस गई स्टूडेंट्स भारत माता मंदिर के गेट पर आ गए और पुतला फूंक दिया। इस दौरान स्टूडेंट्स पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की इस क्रम में आइसा ने भी गेट नंबर एक के सामने यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन का पुतला दहन किया। दूसरी ओर हरिश्चंद्र पीजी कालेज के स्टूडेंट्स ने कालेज गेट पर विद्यापीठ प्रशासन का पुतला फूंका। पुतला दहन करने वालों में राहुल द्विवेदी, गौरव सिंह 'पिन्चूÓ आइसा की सरिता पटेल, धरमवीर सिंह, अमित विश्वकर्मा, रामप्रकाश, कमलेश कुमार यादव सहित अन्य लोग शामिल थे। इस बीच पुलिस पूरे दिन कैंपस के आसपास चक्रमण करती रही। इस दौरान चाय-पान के दुकानों पर खड़े छात्रों को पुलिस ने लाठी भांज कर खदेड़ दिया।

 

काला दिवस कल

छात्रों ने भारत माता मंदिर प्रांगण में सर्वदलीय मीटिंग की। इसमें स्टूडेंट्स पर लाठीचार्ज की घटना की निंदा की गई। साथ ही कतिपय अराजक तत्वों द्वारा दुकानों में की गई तोडफ़ोड़ की भी भत्र्सना की गई। साथ ही यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ जोरदार आंदोलन चलाने का डिसीजन लिया गया है। इस क्रम में 26 अगस्त को काला दिवस मनाया जाएगा। मीटिंग में छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष अश्वनी राय, प्रदीप राय, पार्षद प्रिन्स राय, विश्वनाथ कुंवर, गिरजानंद चौबे सहित अन्य लोग शामिल थे।

छात्रों से वापस हो मुकदमा

छात्रसंघ पदाधिकारियों की गिरफ्तारी पर छात्र युवा संघर्ष मोर्चा ने आक्रोश व्यक्त किया है। मीटिंग में स्टूडेंट पर लगे मुकदमें तत्काल वापस लेने की मांग की है। इस अवसर पर मोर्चा के संयोजक उमेश सिंह, अरविंद्र शुक्ल, नीरज सिंह, शैलेंद्र पांडेय सहित अन्य लोग शामिल थे।