ATM पर लगी लाइन

स्ट्राइक के दौरान सिटी के बैंक, इंश्योरेंस ऑफिसेज बंद रहे। क्लियरिंग हाउस बंद होने से एक दिन में होने वाली तकरीबन 50 करोड़ की क्लियरिंग नहीं हो सकी। करीब-करीब सभी एटीएम पर लंबी लाइनें दिखाई दीं। कुछ एटीएम पर कैश भी खत्म हो गया। लिहाजा कस्टमर्स कैश को लेकर काफी परेशान रहे।

जंक्शन पर हंगामा

रेलवे जंक्शन पर बने डाक विभाग में वेडनसडे सुबह हंगामा हुआ। यहां स्ट्राइक कर रहे पोस्टल डिपार्टमेंट के कर्मचारियों ने डिपार्टमेंट में सुबह से ही लॉक लगा दिया। ट्रेन से आने वाली पोस्ट न तो डिस्पैच की गई और न ही नई बुकिंग की गई। नेशनल यूनियन के डिवीजनल सेक्रेट्री विनीत चतुर्वेदी ने बताया कि जब वे लोग स्ट्राइक पर बैठे थे तो जीआरपी और पोस्टल डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने ताला तोड़कर कर्मचारियों से काम कराने की जबरदस्ती की। इस दौरान तोडफ़ोड़ और हंगामा हो गया। हालांकि कर्मचारियों ने हड़ताल जारी रखी। जीपीओ में भी कर्मचारी स्ट्राइक पर रहे। यहां न तो डिफरेंट पोस्ट ऑफिस से डाक आई, न ही डिस्पैच की गई। हड़ताली कर्मचारियों के मुताबिक यहां एक दिन में करीब 2 हजार स्पीड पोस्ट बुक होती हैं। जिन सेंटर्स पर स्पीड पोस्ट बुक की जा रही हैं, वो भी दो दिन लेट पहुंचेगी।

LIC office पर प्रदर्शन

बरेली ट्रेड यूनियन फेडरेशन के कर्मचारियों ने एलआईसी के डिवीजनल ऑफिस पर पूरे दिन प्रदर्शन किया। इस दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। इन कर्मचारियों ने डिमांड की है कि संविदा पर कर्मचारियों की भर्ती बंद हो। कर्मचारियों को बोनस दिया जाए और मृतक आश्रितों को जॉब दी जाए। इस स्ट्राइक में राज्य कर्मचारियों का भी पूरा समर्थन रहा। प्रदर्शन के दौरान संजीव मेहरोत्रा, कैलाश चंद्र सक्सेना, संजय मेहरा, राजीव शांत आदि मौजूद रहे।

बस स्टैंड पर सन्नाटा

परिवहन विभाग के कर्मचारी भी स्ट्राइक में शामिल रहे। सिटी के पुराने बस स्टैंड और सैटेलाइट बस स्टॉप पर सन्नाटा पसरा रहा। एआरएम फाइनेंस एमडी नाटू ने बताया कि सिटी के बस स्टैंड से टोटल 500 बसें चलाई जाती हैं। एक दिन में औसतन 75 हजार पैसेंजर्स सफर करते हैं। ऐसे में रोडवेज को एक दिन स्ट्राइक की वजह से 50 लाख का नुकसान हुआ है। वहीं ट्रेनों पर पैसेंजर्स का लोड बढ़ गया। जो पैसेंजर्स स्ट्राइक से अननोन थे, वह बस स्टॉप पहुंचे पर उन्हें वहां से टैक्सी लेकर ही जाना पड़ा।