-लैब टेक्निशियंस के दो घंटे के कार्यबहिष्कार से मरीजों की बढ़ी मुश्किलें

- आरडीसी सेंटर के बाहर खड़े रहे पेशेंट्स

GORAKHPUR: लैब टेक्निशियंस के अचानक हड़ताल पर चले जाने की वजह से पेशेंट्स की मुश्किलें बढ़ गई। थर्सडे को जिला और महिला अस्पताल के लैब के सामने मरीजों का तांता लगा रहा। यहां दो घंटे तक एक्सरे, सीटी स्कैन, अल्ट्रा साउंड और ब्लड से संबंधित जांच प्रभावित रहीं। इसकी वजह से गंभीर पेशेंट्स को काफी परेशानी उठानी पड़ी। उधर बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भी यही हाल रहा पेशेंट्स जांच कराने के लिए इधर उधर दौड़ लगाते रहे लेकिन उन्हें केवल मायूसी ही हाथ लगी। दो घंटे के बाद जब हड़ताली कर्मचारी वापस लौटे तो पशेंट्स की लम्बी कतार लगी थी। कुछ पेशेंट्स तो जांच कराए बिना ही वापस लौट गए। सबसे अधिक परेशानी दूर दराज से आए तीमारदार और पेशेंट्स को उठानी पड़ी।

हो सकता है अनिश्चितकालीन हड़ताल

यूपी प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ संघ के आह्वान पर थर्सडे मार्निग से लैब टेक्निशियनों ने आठ सूत्रीय मांग को लेकर मोर्चा खोल दिया। जिला अस्पताल में प्रदर्शन के दौरान एसोसिएशन के अध्यक्ष एसके रावत, संप्रेक्षक ए के मौर्या और महामंत्री बीबी सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि हमारी मांग है की कर्मचारियों के वेतन विसंगति का निराकरण, वेतन का लाभ क् जनवरी ख्00म् से दिया जाए, संवर्ग का पुनर्गठन एवं मानक के अनुसार पदों का सृजन, रिक्त और प्रोन्नत पदों को भरा जाए, वरिष्ठ लैब टेक्निशियनों को राजपत्रित घोषित किया जाए, केंद्र के समान शैक्षिक योग्यता बीएससी किया जाए, दुर्घटना व पेशेंट केयर एलाउंस दिया जाए। साथ ही बिना तकनीकी योग्यता पूरी किए बगैर अन्य संवर्ग को लैब टेक्निशियन पद पर प्रोन्नत न किया जाए और किया गया शासनादेश वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि यदि इन मांगों पर शासन कोई ठोस कदम नहीं उठाता है तो हम सभी आंदोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।

नहीं चेते जिम्मेदार

बता दें कि एक अप्रैल से लेकर क्भ् अप्रैल तक एसोसिएशन ने अपनी मांगों को लेकर काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया था। लेकिन फिर भी जिम्मेदारों ने इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया। जिसके परिणाम स्वरूप थर्सडे को ये दो घंटे की हड़ताल पर चले गए। इतना ही नहीं ख्फ् अप्रैल को सभी प्रयोगशाला प्राविधिज्ञ एक दिन के आकस्मिक अवकाश के साथ सीएमओ कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन और मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपने की भी योजना बना चुके हैं।