स्लग: रिम्स फिर बना अखाड़ा, 24 घंटे में आरोपी परिजन को अरेस्ट करें, वरना हड़ताल

-सर्जरी डी-2 का मामला, हिरासत में एक परिजन

RANCHI (26 Feb): रिम्स का सर्जरी डिपार्टमेंट सोमवार को एकबार फिर अखाड़ा बना, जहां मरीज के परिजनों और डॉक्टरों के बीच जमकर हाथापाई हुई। मामला इतना बढ़ गया कि परिजनों ने ड्यूटी पर तैनात पीजी डॉक्टर पर हाथ तक छोड़ दिया। वहीं, घटना के बाद परिजन भी वहां से भागने लगे। इस बीच एक परिजन को डॉक्टरों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, डॉक्टरों ने मुख्य आरोपी को 24 घंटे के अंदर गिरफ्तार करने की मांग की है, वरना पीजी डॉक्टरों ने हड़ताल पर जाने की धमकी भी दी। बताते चलें कि मरीज के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया था, जबकि डॉक्टरों का कहना है कि उसे सोमवार को डिस्चार्ज किया जाना था।

क्या है मामला

रिम्स के सर्जरी डी-2 वार्ड में बोकारो के रंजीत कुमार सिंह को एक्सीडेंट के बाद एडमिट कराया गया था। वह फिट्जी में टीचर के रूप में कार्यरत हैं। ऐसे में उन्हें देखने के लिए 5-6 लोग भी पहुंचे थे। इस दौरान पीजी डॉक्टर राउंड पर थे। वार्ड में भीड़ देखते हुए डॉ मंजीत सिंह ने सभी को बाहर जाने के लिए कहा। इसके बाद परिजन डॉक्टरों को भला-बुरा कहने लगे। बहस बढ़ने के बाद एक परिजन ने डॉक्टर पर हाथ छोड़ दिया और वहां से भाग निकला।

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डायरेक्टर के आदेश पर मरीज डिस्चार्ज

मारपीट की घटना के बाद डॉक्टर मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस बीच उन्होंने मरीज की छुट्टी करने पर भी रोक लगा दी। लेकिन डायरेक्टर के आदेश के बाद चार घंटे में मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। डॉक्टरों का मानना था कि परिजन मुख्य आरोपी को बचाने में लगे हैं। इसी चक्कर में उन्होंने मरीज की छुट्टी नहीं की।

परिजनों ने मुझसे मिसबिहेव किया और मेरा कॉलर भी पकड़ लिया। इसके बाद काफी भला-बुरा भी कहा। मरीज तो ठीक था और उसे डिस्चार्ज करने वाले ही थे। चूंकि जब वह आया था, उसके बाद से अच्छा रिकवर कर रहा था।

-डाॅ। मंजीत सिंह, विक्टिम

वर्जन

कुछ मिसकम्यूनिकेशन की वजह से इस तरह की घटना हुई है। पीजी डॉक्टर्स ने कंप्लेन की है, जिसे हमलोग सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें किसी को दोषी पाया जाता है, तो उसपर कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ। आरके श्रीवास्तव, डायरेक्टर, रिम्स