संकल्प यात्रा के दौरान नीतीश कुमार जब मंच पर थे, तभी हुई थी बकझक

- चार घंटे तक पुलिस ने लाठियों से पीटा और सिगरेट से जलाते हुए दी जान से मारने की धमकी

- वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय अध्यक्ष कुमुद पटेल और जिला अध्यक्ष भोजपुर प्रिंस सिंह बजरंगी पीएमसीएच में एडमिट

PATNA : पीएमसीएच इमरजेंसी के बेड पर दर्द से कराह रहे कुमुद पटेल व प्रिंस सिंह बजरंगी के शरीर पर पुलिस के डंडे का इतना गहरा जख्म है कि नर्स के मुंह से भी निकल गया कि मारने वालों ने थोड़ी भी रहम नहीं की। इंजेक्शन का दर्द भी उसके आगे कुछ नहीं। हाथों में सिगरेट से दस से अधिक जगहों को जलाया गया था। सुबह चार बजे से दिन के एक बजे तक पुलिसिया जुल्म से जान बचाकर निकल आने वाले कुमुद पटेल और प्रिंस सिंह बजरंगी ने पुलिस की ऐसी दास्तां सुनायी कि आरा से लेकर पटना तक में छात्र यूनियन ने एक होकर प्रदर्शन करने का मन बनाने लगी है। इन दोनों लड़कों का जुल्म सिर्फ इतना है कि यह छात्र यूनियन से जुड़े हैं। जेडीयू के छात्र समागम से जुड़े कुमुद पटेल वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय अध्यक्ष हैं, तो दूसरा प्रिंस सिंह बजरंगी जिला अध्यक्ष, भोजपुर है।

'हमलोग समझ ही नहीं पाए'

कुमुद पटेल ने बताया कि संकल्प यात्रा के दौरान जब नीतीश कुमार मंच पर थे, उसी समय पुलिस से हल्की बकझक हुई थी। पुलिस ने सबक सिखाने की धमकी दी थी, पर हमलोग समझ नहीं पाए। अचानक से शानिवार की सुबह चार बजे के करीब आरा स्थित उनके जगदेव नगर स्थित घर पर पुलिस चार गाड़ी के साथ पहुंच गयी और जब तक कुछ समझ पाते तब तक जमकर पुलिस ने पिटाई करनी शुरू कर दी थी। यही नहीं, पुलिस मारते हुए पहले ओवर ब्रिज तक ले गयी। इसके बाद फिर बड़हरा थाना लेकर गयी और फिर पूरा कपड़ा खुलवाकर मारना शुरू कर दिया।

इधर-उधर भागने लगे

कुमुद पटेल और प्रिंस बजरंगी ने बताया कि थाना में मौजूद सिपाही ने भेडि़ए की तरह हमला कर दिया। लाठियों से वे जहां मन वहां लाठी मारने लगे। दोनों भाग कभी इधर तो कभी उधर करते रहे। जब बेहोश होकर जमीन पर गिर जाते, तो एएसपी दीपक रंजन और दूसरे पुलिस कर्मी सिगरेट से हाथों को जलाने लगते थे। जैसे ही होश आता कि मारना शुरू कर देते थे। सुबह चार बजे से दिन के दस बजे तक मारते ही रहते और पार्टी और छात्र यूनियन को बर्बाद करने की गाली भी दे रहे थे।

कई लीडर्स पहुंचे देखने

पीएमसीएच इमरजेंसी में इलाज के लिए पहुंचे कुमुद पटेल और प्रिंस सिंह बजरंगी को देखने के लिए जेडीयू के वशिष्ठ नारायण सिंह, महाचंद्र प्रसाद सिंह और आरा से पूर्व सांसद वीणा सिंह सहित कई सीनियर नेता पहुंचे और दोनों से उनकी आपबीती भी जाननी थी और यूनियन मेंबर को भरोसा दिलाया कि जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

स्टूडेंट्स ने किया प्रदर्शन

इस दौरान आरा में इस घटना के विरोध में छात्र यूनियन की ओर से लगातार प्रदर्शन किया गया। आगजनी और प्रदर्शन होते रहा, यही नहीं, इस दौरान कई सीनियर मिनिस्टर को फोन करके सूचना देते रहे, तभी जाकर पुलिस ने दोनों को छोड़ा।

एडमिनिस्ट्रेशन के बर्बर रवैये के खिलाफ गवर्नमेंट को एक्शन लेने की जरूरत है। इस तरह बेरहमी से छात्र समागम के यूनिर्वसिटी अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष को पीटा गया है। हमलोग इसका कड़ा विरोध करते हैं।

अनुप्रिया पीयू अध्यक्ष छात्र समागम

छात्र यूनियन के सहारे बिहार की राजनीति चल रही है, लेकिन छात्र यूनियन के लड़के कहीं भी सेफ नहीं हैं। छोटी-मोटी बातों पर अगर पुलिस इस तरह से बर्ताव करेगी, तो फिर परिणाम भी भुगतना पड़ेगा।

तनवीर अहमद, स्टेट प्रेसीडेंट राष्ट्रवादी छात्र कांग्रेस

छात्र समागम की मांग है कि या तो उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई करें या फिर मांझी इस्तीफा दे। इस राज्य में जानवरों से मार खाना पड़ रहा है छात्र नेताओं को।

नवनीत प्रदेश, उपाध्यक्ष बिहार छात्र समागम