पुलिस दोनों की जमानत तुड़वाकर उन्हें फिर जेल भेजने की तैयारी में जुटी
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ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रनेता अभिषेक सिंह सोनू व अभिषेक सिंह माइकल के बाहर आने से पुलिस विभाग अलर्ट मोड में है। वजह, दोनों में चली आ रही अदावत और इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में उनकी पकड़, एक तरह शहर में गैंगवार तो दूसरी ओर यूनिवर्सिटी के छात्र गुटों में टकराव का कारण बन सकती है। इसलिए अब पुलिस दोनों के ही खिलाफ एक्शन की तैयारी में है। पुलिस इस प्रयास में लगी है कि दोनों की जमानत तुड़वाकर उन्हें फिर सलाखों के पीछे भेजा जाए। इस बीच अभिषेक सिंह सोनू के चार साल बाद जौनपुर जेल से छूटकर आने के दौरान समर्थकों की ओर से निकाले गए जुलूस के दौरान फायरिंग आदि को लेकर कर्नलगंज थाने में केस दर्ज किया गया है।

चार साल बाद जेल से आया
सोनू पिछले चार साल से हत्या के प्रयास के मामले में जेल में बंद था। सोनू पर 2014 में अंशु पाठक व अंश पर गोली चलाने का आरोप था। इसके अलावा कई और भी अपराधिक मामले दर्ज हैं। रविवार को जौनपुर जेल से रिहा होने पर वह दलबल के साथ शहर आया। इस दौरान उसके समर्थकों ने शहर में जगह-जगह 'टाइगर इज बैक' का बैनर लगाया था। उसके साथ आए समर्थकों ने जमकर फायरिंग भी की। इसकी जानकारी के बाद पुलिस ने सोनू के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चेतावनी दी है।

'टाइगर इज बैक' के लगे नारे
रविवार को शहर पहुंचने पर अभिषेक सिंह सोनू के समर्थकों ने पूरे रास्ते और शहर में घूम-घूम कर 'टाइगर इज बैक' के नारे लगाए।

हॉस्टलों पर नजर रख रही है पुलिस
रविवार को शहर आने के दौरान सोनू समर्थकों द्वारा की गई फायरिंग और हुड़दंग को देखते हुए कर्नलगंज थाने में केस दर्ज किया गया है। यही नहीं पुलिस द्वारा हॉस्टलों में आने जाने वाले संदिग्ध लोगों पर नजर रखी जा रही है। साथ ही गोपनीय तरीके से हॉस्टलों में अचानक बढ़ी गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है।

 

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हो सकती है वर्चस्व की जंग

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कभी एक-दूसरे पर जान छिड़कने वाले अभिषेक सिंह माइकल व अभिषेक सिंह सोनू अब एक-दूसरे के जानी दुश्मन हैं। पुलिस रिकार्ड में दोनों आपराधिक किस्म के छात्रनेता हैं। पुलिस के मुताबिक माइकल और सोनू बाहर आने से शहर में आपराधिक गतिविधियां तेज हो सकती हैं। सोनू पर कुछ साल पहले हुए जानलेवा हमले में माइकल समेत चार को दस-दस साल जेल व जुर्माने की सजा हुई थी। कुछ माह पहले ही माइकल कोर्ट से राहत मिलने पर जेल से बाहर आया है। उसके बाहर आते ही सिटी और यूनिवर्सिटी परिसर में एक बार फिर माहौल गरमाया हुआ है। अब सोनू भी बाहर आ गया है तो दोनों में बर्चस्व की जंग छिड़ सकती है जो शहर और यूनिवर्सिटी के माहौल के लिए ठीक नहीं होगी।

 

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2012 में शुरू हुई थी दुश्मनी

माइकल और सोनू के बीच इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में 2012 के छात्रसंघ चुनाव के दौरान दुश्मनी की नींव पड़ी थी। इसके बाद से दोनों एक-दूसरे की जान के दुश्मन बन गए। हाल ही में माइकल के खिलाफ शिवकुटी थाने में एक ठेकेदार के रिश्तेदार का अपहरण और उससे रंगदारी मांगने का केस दर्ज हुआ है। इस बीच सोनू बाहर आया तो पुलिस समेत एलआईयू और अन्य एजेंसियों को सक्रिय किया गया है।

 

 

वर्जन

सोनू के खिलाफ कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। काफिला निकालकर अव्यवस्था फैलाई गई। जुलूस के दौरान फायरिंग भी की गई। इससे लोगों में भय फैला है। माइकल और सोनू की जमानत तोड़वाकर उन्हें फिर से जेल भेजा जाएगा।

सत्येन्द्र सिंह, इंस्पेक्टर, कर्नलगंज