दोपहर तकरीबन दो बजे हुई इस घटना की जानकारी मिलते ही हॉस्टल वार्डेन डॉ। देवाशीष ने स्टूडेंट्स को समझाकर शांत कराया। हॉस्टल में सुबह से ही बिजली गुल होने के चलते पानी भी खत्म हो गया, इस पर स्टूडेंट झल्ला उठे। उन्होंने जैसे-तैसे कॉलेज के यूनिट के जूनियर इंजीनियर उमेश दूबे और इलेक्ट्रीशियन राजीव शर्मा को बिजली ठीक करने के लिए बुलाया। इन्होंने फॉल्ट ठीक कर पाने में असमर्थतता जाहिर की तो स्टूडेंट्स आक्रोशित हो उठे।