- बंद स्कूल में डेढ़ घंटे तक मदद के लिए शोर मचाती रही छात्रा

- स्कूल के आस-पास रहने वाले लोगों ने पुलिस को दी सूचना

- लापरवाही के मामले में स्कूल कर्मचारियों से केवल स्पष्टीकरण का नोटिस

LUCKNOW : राजकीय इंटर कॉलेज श्रंगार नगर में स्कूल प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। शनिवार को यहां एक 10वीं की छात्रा छुट्टी होने के कुछ समय पहले क्लास में बेहोश होकर बेंच के नीचे गिर गई, लेकिन स्कूल कर्मचारी बिना जांच पड़ताल किए ही कमरा बंद कर चले गए। करीब डेढ़ घंटे बाद जब छात्रा को होश आया तो उसने कमरा खोलने के लिए खिड़की से चिल्लाना शुरू किया। स्कूल के कमरे में छात्रा को बंद देख क्षेत्र में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस व लोगों ने कमरा खुलवा कर छात्रा को बाहर निकाला। इस दौरान उसकी तबियत खराब होने की वजह से उसे लोक बंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया। मामले में छात्रा की मां ने स्कूल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। वहीं, मामले को गंभीरता से लेते हुए डीआईओएस ने प्रिंसिपल सहित दोनों चतुर्थ श्रेणी कर्मियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगने की बात कही है।

बेहोश होने के चलते पीछे सीट पर लेटी थी छात्रा

राजकीय इंटर कॉलेज श्रंगार नगर सुबह 7.30 बजे से 12.30 बजे तक संचालित होता है। यहां कनौसी के पास रहने वाली कक्षा 10 की छात्र रोज की तरह सुबह साइकिल से स्कूल पहुंची। प्रिंसिपल क्षमता रावत के मुताबिक छात्रा को दौरे पड़ते हैं। स्कूल की छुट्टी के कुछ समय पहले छात्रा को दौरा पड़ने की वजह से वह बेंच के पीछे गिर गई। छुट्टी के बाद चपरासी मुन्ना और राजेश बिना कमरे को देखे और बाहर से कुंडी लगाकर चले गए।

डेढ़ घंटे तक घर नहीं पहुंची बेटी तो मां पहुंचीं स्कूल

स्कूल की छुट्टी के करीब डेढ़ घंटे बाद भी जब बेटी घर नहीं पहुंची तो मां उसे ढूंढते हुए स्कूल पहुंचीं। इसी बीच छात्रा को होश आ गया और वह कमरे में बनी खिड़की से बाहर खड़े लोगों से कमरा खुलवाने के लिए चिल्ला रही थी। यह देख लोगों ने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद छात्रा को बाहर निकाल कर अस्तपाल में भर्ती कराया गया।

वर्जन

यह बड़ी लापरवाही है। इसमें प्रिंसिपल को निर्देश दिए गए हैं कि दोनों कर्मचारियों को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण लें। इसमें लापरवाही प्रिंसिपल की भी है, इसलिए उनसे भी नोटिस जारी कर जवाब तलब किया जाएगा। मेरी छात्रा से बात हुई है, उसकी हालत में सुधार है।

डॉ। मुकेश कुमार सिंह, डीआईओएस लखनऊ