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-एआईसीटीई एचबीटीआई के एचबीटीयू बनने से अंजान, पीएम स्कॉलरशिप कोटे में जम्मू-कश्मीर के छात्र को एचबीटीआई का लेटर दिया

-लेटर लेकर कैंपस पहुंचे छात्र को संस्थान ने कहा, किसी कीमत पर नहीं हो सकता एडमिशन, एक्ट में नही है इस तरह का कोई प्रावधान

KANPUR: बच्चों को बेहतर एजुकेशन उपलब्ध करा उनका भविष्य सुधारने वाली एआईसीटीई ने एक स्टूडेंट का भविष्य बिगाड़ दिया। प्राइम मिनिस्टर स्कॉलरशिप स्कीम के तहत एआईसीटीई ने जम्मू-कश्मीर के छात्र फरहान मजीद को एचबीटीआई का लेटर थमाकर भेज दिया। जबकि एचबीटीआई को एचबीटीयू बने एक साल होने वाला है। एआईसीटीई की लापरवाही के चलते संस्थान ने फरहान को एडमिशन देने से साफ इंकार कर दिया। इसके अलावा यहां गुजारे तीन दिन उसके लिए बेहद कष्टदायी रहे।

बरामदे में सोने के ख्00 रुपए वसूले

बड़गांव मगाम पेट मखामा कश्मीर निवासी फरहान मजीद ने बताया कि एआईसीटीई दिल्ली की टीम ने उसका इंटरव्यू लिया था। इसके बाद एआईसीटीई ने पीएम स्कॉलरशिप के कोटे में लेटरल एंट्री में एचबीटीआई में एडमिशन लेने का लेटर दे दिया। लेटर लेकर वह बीती ख्म् जुलाई की शाम कानपुर स्थित कैंपस पहुंचा। कैंपस बंद होने की वजह से वह रात में सीएसए के बरामदे में सामान लेकर लेट गया। जहां पर चौधरी गार्ड ने उसकी पूरी तलाशी ली और डीएल कब्जे में ले लिया। रात में रुकने के नाम पर चौधरी ने उससे ख्00 रुपए ले लिए। इसी दौरान उसे एक कुत्ते ने भी काट लिया।

'एचबीटीआई अब एचबीटीयू बन गया है। जिसके बाद लेटरल एंट्री में एडमिशन संभव नहीं है। यूनिवर्सिटी की तरफ से छात्र को लेटर दे दिया गया कि उसका एडमिशन नहीं लिया जा सकता, क्योंकि एक्ट में इस तरह के एडमिशन के प्रावधान नहीं है.'

- प्रो डीएल परमार, एडमिशन कोआर्डिनेटर व डीन एकेडमिक अफेयर