-सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी बोर्ड के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के टॉपर्स व उनके माता-पिता को किया सम्मानित

-स्टेट लेवल के मेधावियों को एक लाख रुपये का चेक, एक टैबलेट, मेडल और प्रशस्तिपत्र किया गया प्रदान

-स्टेट लेवल के 146 और 1563 जिला स्तर के मेधावियों का हुआ सम्मान

LUCKNOW :

सीआईएससीई, सीबीएसई और यूपी बोर्ड से हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप करने वाले मेधावियों ने अपने माता-पिता और प्रधानाचार्य का सिर फख्र से ऊंचा कर दिया। मौका था डॉ। राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय में आयोजित सम्मान समारोह का, जहां सीएम योगी आदित्यनाथ ने खुद इन मेधावियों के साथ ही उनके माता-पिता और प्रधानाचार्य को सम्मानित किया। इस मौके पर सीएम योगी ने कहा कि बेटियों ने बेटों से ज्यादा बेहतर रिजल्ट हासिल कर दिखा दिया है कि वे किसी से कम नहीं। उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे बेटे-बेटी में भेद न करें। इस मौके पर डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा, कैबिनेट मिनिस्टर सतीश महाना, स्वामी प्रसाद मौर्या, राजेश अग्रवाल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ। महेंद्र पांडेय और राज्यमंत्री संदीप सिंह भी मौजूद थे।

'मनुष्य ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति'

सीएम योगी ने कहा कि मनुष्य अपार संभावनाओं से युक्त ईश्वर की सर्वश्रेष्ठ कृति है। मनुष्य अपनी मेधा और परिश्रम से असंभव को भी संभव बना सकता है। गीता के श्लोक को उद्घृत करते हुए उन्होंने कहा कि परिश्रम के साथ फल की चिंता किये बगैर कर्मरत रहना चाहिये, तभी बेहतर परिणाम सामने आते हैं। परिश्रम को छोड़कर शॉर्टकट अपनाने वाले कभी भी मंजिल पर नहीं पहुंचते। परिश्रम को सफलता का एकमात्र रहस्य बताते हुए सीएम ने कहा कि मेहनत से भागकर केवल तनाव हासिल होता है। यही वजह है कि पीएम मोदी ने भी 'मन की बात' में छात्रों को तनावमुक्त रहने की सलाह दी थी।

यूपी को उत्तम प्रदेश बनाएंगे मेधावी

यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रथम स्थान पाने वाले फतेहपुर के रजनीश शुक्ला की तारीफ करते हुए सीएम ने कहा कि फतेहपुर जिला प्रदेश के आठ सर्वाधिक पिछले जिलों में से एक है। बावजूद इसके रजनीश ने सफलता का सर्वोच्च स्थान प्राप्त करना उल्लेखनीय है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी मेरिट लिस्ट में बालिकाओं की संख्या ज्यादा थी। इस वर्ष भी मेरिट लिस्ट में 97 मेधावियों में 35 बालक जबकि, 62 बालिकाएं हैं। विभिन्न बोर्डो में सर्वाधिक अंक पाने वाले 11 विद्यार्थियों में बालिकाओं की संख्या 8 है। इससे साबित होता है कि बालिकाएं मेहनती और प्रतिभाशाली हैं और समुचित अवसर मिलने पर देश को नई दिशा देने में बड़ी भूमिका निभा सकती हैं।

यूपी बोर्ड

आईपीएस ऑफिसर बनना है लक्ष्य

फतेहपुर निवासी और इंटरमीडिएट परीक्षा में टॉप करने वाले रजनीश शुक्ला ने कहा कि आईपीएस ऑफिसर बनना उसका लक्ष्य है। प्राइवेट स्कूल में टीचर पिता कैलाश नारायण शुक्ला ने कहा कि बेटे की पढ़ाई के प्रति रुचि देख उन्होंने हमेशा उसका उत्साह बढ़ाया। मां गीता शुक्ला ने बताया कि उसकी इच्छा को पूरा करने में परिवारीजनों ने भी कोई कमी नहीं रखी।

ऑटो ड्राइवर पिता का हर सपना पूरा करूंगा

बाराबंकी के श्री सांई इंटर कॉलेज में 12वीं कक्षा के छात्र आकाश मौर्या ने टॉप करके जिले के साथ ही माता-पिता का नाम रोशन किया। आकाश ने कहा कि उसके पिता कुलदीप वर्मा ऑटो ड्राइवर हैं। उन्होंने हमेशा सभी इच्छाएं पूरी कीं हैं। अब वह पढ़ाई पूरी कर इंजीनियर बनेगा और उनका हर सपना पूरा करूंगा। बेटे की वजह से सम्मान पाकर मां फूलकेसरी मौर्या भी फूली नहीं समा रही थीं।

डॉक्टर बनकर गरीबों की सेवा करूंगी

यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में द्वित्तीय स्थान पाने वाली अनन्या राय सीएम से इनाम पाकर बेहद खुश दिखीं। उन्होंने कहा कि वह डॉक्टर बनकर गरीबों की सेवा करना चाहती हैं। पिता मनोज राय व मां नीलम राय ने कहा कि उनकी बेटी बेटे से भी बढ़कर है। बेटी की बदौलत सीएम योगी से सम्मान मिला।

ऑस्टियोपोरोसिस को मात दे रोशन किया नाम

चंदौली के सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज के छात्र मुकुंद कुमार झा ने ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डी का रोग) की बीमारी को मात देते हुए यूपी बोर्ड की हाईस्कूल परीक्षा में 89.17 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश में पांचवां स्थान हासिल किया। मुकुंद के पिता पवन कुमार झा ने बताया कि वे बेटे को साइकिल पर लेकर हर रोज स्कूल छोड़ने जाते थे। उन्होंने कहा कि उनकी प्राइवेट नौकरी और सीमित संसाधन के बावजूद मुकुंद ने पूरे परिवार का नाम रोशन कर दिया। मुकुंद ने कहा कि वह पढ़ाई पूरी करने के बाद आईएएस अधिकारी बनना चाहता है।

आईसीएसई परीक्षा

आईएएस बनकर देश सेवा करना टारगेट

सिटी मोंटेसरी स्कूल स्टेशन रोड में 10वीं कक्षा में 98.6 प्रतिशत अंक के साथ देश में पांचवीं रैंक लाने वाली खुशी वर्मा का लक्ष्य आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना है। सीएम सुरक्षा में तैनात सबइंस्पेक्टर पिता गोपाल जी वर्मा ने कहा कि बेटी में पढ़ने की इच्छा ने ही उसे मुकाम दिलाया। मां सीमा सोनी पूर्व में सीएमएस की अध्यापिका रह चुकी हैं। उन्होंने भी बेटी की परफॉरमेंस पर खुशी जताई।

आईआईटी से इंजीनियरिंग करना सपना

सीएमएस गोमतीनगर-1 ब्रांच में 10वीं कक्षा की छात्रा श्रेया भगत ने 98.8 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश में पहली और देशभर में चौथी रैंक हासिल की। आईपीएस ऑफिसर एसके भगत की बेटी श्रेया भगत ने कहा कि वे आईआईटी से इंजीनियरिंग करना उनका सपना है। मां शेफाली भगत ने कहा कि बेटी ने मेहनत में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी, जिसका नतीजा सामने है।

आईएससी परीक्षा

बेटी ने विश्वास को सही साबित किया

सीएमएस महानगर की छात्रा समन वाहिद ने इंटरमीडिएट में 99.5 प्रतिशत अंक प्राप्त कर देश में पहला स्थान प्राप्त किया। पिता वहीदुद्दीन और मां सबीहा खातून बेटी की कामयाबी से बेहद खुश दिखे। उन्होंने कहा कि बेटी की पढ़ाई के प्रति लगन देख उन्हें विश्वास था कि वह एक दिन सफलता जरूर हासिल करेगी। वहीं, समन ने कहा कि वह आईएएस बनकर देश की सेवा करना चाहती है।

सिविल सर्विसेज में जाना लक्ष्य

लखीमपुर खीरी के लखनऊ पब्लिक स्कूल की छात्रा लिपिका अग्रवाल 99.5 प्रतिशत अंक हासिल कर देश में पहला स्थान प्राप्त किया। लिपिका ने कहा कि वह पढ़ाई पूरी कर सिविल सर्विसेज को चुनेंगी। पिता दीपक अग्रवाल और मां शानू अग्रवाल भी बेटी की सफलता पर बेहद खुश दिखे। उन्होंने कहा कि लिपिका जैसी बेटी पाकर वे खुद को खुशकिस्मत समझते हैं।