गुस्सा आखिर क्यों न आए। क्या दोषी सिर्फ स्टूडेंट््स ही हैं। आखिर गलती किसकी है। ये कुछ ऐसे सवाल  ऐसे हैं जो डा। बी अंबेडकर यूनिवर्सिटी के हर स्टूडेंट के दिलोदिमाग में है। शिक्षा के मंदिर में कॅरियर से खिलवाड़ पर गुस्सा आना लाजमी है। कॅरियर से खेलने वाले हालातों में स्टूडेंट्स ने डिप्टी रजिस्ट्रार बालाजी यादव से मार पीट की। स्टूडेंट की अरेस्टिंग के विरोध के बाद स्टूडेंट्स लीडर्स ने मारपीट के कई मामलों में वीसी के अरेस्ट करने का मांग उठाई है।

ये था मामला

तीन दिन पहले यूनिवर्सिटी में बीएड की संगीता को एग्जाम देने से रोक दिया गया था। जबकि संगीता बिना एडमिट कार्ड के आगरा कॉलेज में बीएड के दो पेपर दे चुकी थी, लेकिन तीसरे पेपर देने में मना कर दिया। परेशान संगीता  यूनिवर्सिटी आई तो उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। अपने साल को खराब होने के एहसास से वो परेशान होकर रोने लगी। इस पर स्टूडेंट्स लीडर से उसकी परेशानी को सॉल्व करने के लिए यूनिवर्सिटी अधिकारियों से बात की। जब बात नहीं बनी तो लीडर्स के एक स्टूडेंट के कॅरियर के साथ खिलवाड़ पर जज्बात भड़क गए। मामले में तैस में आए स्टूडेंट लीडर्स ने यूनिवर्सिटी में तोडफ़ोड़ की। साथ ही डिप्टी रजिस्ट्रार बालाजी यादव की धुनाई भी कर दी।

अरेस्ट किया स्टूडेंट लीडर

डिप्टी रजिस्ट्रार से मारपीट और यूनिवर्सिटी में तोडफ़ोड़ का आरोपी निर्वेश शर्मा को माल रोड कमिश्नर आवास के पास से सैटरडे को करीब 11:30 बजे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया। निर्वेश का मोबाइल सर्विलांस पर लगा रखा था। जिसके चलते उसकी लोकेशन पुलिस को मिल रही थी। जैसे ही लोकेशन ट्रेस हुआ वैसे पुलिस ने अरेस्ट किया।

दो घंटे बाद लाए हरीपर्वत थाने

अरेस्ट करने के करीब दो घंटे बाद निर्वेश को हरीपर्वत थाने लाया गया। उससे दो घंटे बाद पुलिस ने निर्वेश से पूछताछ की। निर्वेश ने पुलिस और मीडिया के सामने डिप्टी रजिस्ट्रार से मारपीट करने वाले दूसरे आरोपी सुनील राज चौहान का भी नाम लिया।

पुलिस ने बताया एबीवीपी

पिछले पांच साल से निर्वेश सपा छात्र सभा की राजनीति कर रहा है, लेकिन पुलिस बार-बार पूछताछ में निर्वेश को  अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का बता रही थी।

होटल मैनेजमेंट का स्टूडेंट

निर्वेश के अरेस्ट होने के बाद काफी देर तक ये भी एक मामला रहा कि वो आखिर यूनिवर्सिटी का स्टूडेंट हैं या नहीं। बाद में पता चला कि निर्वेश होटल मैंनेजमेंट का स्टूडेंट है।

अधिकारी भी कर चुके हैं मारपीट

यूनिवर्सिटी के प्रदर्शनों की रिकार्ड पर नजर डाली जाए तो यहां कर्मचारी और अधिकारी भी स्टूडेंट्स ने मारपीट कर देते हैं। वीसी प्रो। डीएन जौहर भी कई बार स्टूडेंट्स के साथ मारपीट कर चुके हैं। यहां तक कि उन्होंने तो छात्राओं तक पर हाथ उठाया है। वीसी के ऑफिर में तैनात प्रमोद भी कई बार स्टूडेंट्स के साथ मारपीट की है।

एक मंच पर स्टूडेंट्स लीडर्स

स्टूडेंट लीडर की अरेस्ट होने के बाद सभी राजनीति पार्टी नेता एक मंच आए। सभी संगठनों के लीडर्स ने अरेस्टिंग पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की.साथ यूनिवर्सिटी में अब तक होने वाली मारपीट का भी जिक्र किया। इनका कहना है कि वीसी तो छात्राओं तक से मारपीट करते है। कभी उन्हें अरेस्ट नहीं किया गया।

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