- DDUGU में शुक्रवार को शुरू प्रवेश परीक्षा के दौरान खूब चमकी राजनीति
- अंदर चलती रही प्रवेश परीक्षा, बाहर होता रहा छात्र नेताओं का हुड़दंग
amarendra.pandey@inext.co.in
GORAKHPUR: दीनदयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी में शुक्रवार से प्रवेश परीक्षाओं का दौर शुरू हो गया। पहले दिन जहां एक तरफ यूनिवर्सिटी के अंदर तमाम स्टूडेंट्स प्रवेश पाने के लिए कॉपी पर मशक्कत कर रहे थे। वहीं बाहर कई छात्रनेता अपने समर्थकों संग राजनीति चमकाने की कवायद में व्यस्त नजर आए। बड़ी-बड़ी गाडि़यों का काफिला, पोस्टर्स-होर्डिग्स से पटे चौराहे देख ऐसा लग था मानों यह किसी क्लास विशेष की प्रवेश परीक्षा न होकर 'सियासत' की प्रवेश परीक्षा हो रही है।
सुबह से ही सजी थीं 'दुकानें'
डीडीयूजीयू में प्रवेश परीक्षाओं का दौर शुक्रवार से शुरू हो गया है। पहले दिन सुबह 9 बजे से शुरू हुए बीकॉम प्रवेश परीक्षा देने भारी संख्या में परीक्षार्थी पहुंचे। वहीं इन परीक्षार्थियों से भी बड़ी तादाद में वहां छात्रनेता अपने समर्थकों संग जुटे हुए थे। अपनी-अपनी राजनीतिक दुकानें सजा ली, प्रवेश परीक्षा देने आए परीक्षार्थी को कुछ छात्र नेताओं ने पंपलेट और विजिटिंग कार्ड देकर उनके मदद के लिए आगे बढ़ते दिखे तो कुछ छात्र नेता पानी पिलाकर खुश हो राजनीति की रोटी सेंकने में जुटे हुए रहे।
चौकी इंचार्ज के साथ हुई हाथापाई
इसी बीच जैसे ही सुबह के 11.30 बजे जैसे ही बीकॉम प्रवेश परीक्षा समाप्त हुआ। धीरे-धीरे मेन गेट पर परीक्षार्थियों की भीड़ इकठ्ठी हो गई। इन्हीं भीड़ के बीच छात्र नेता अपनी दबंगई का परिचय देते हुए जोरदार तरीके से प्रदर्शन और नारेबाजी करने लगे। एक गुट से जुड़े पदाधिकारी जहां जबरदस्त नारेबाजी कर रहे थे। वहीं दूसरे गुट के पदाधिकारी भी प्रदर्शन करने में कहीं से पीछे नहीं रहे। इसी बीच यूनिवर्सिटी चौकी इंचार्ज प्रमोद कुमार शुक्ला प्रदर्शनकारियों को कंट्रोल करने पहुंचे तो छात्र नेता चौकी इंचार्ज से हाथापाई करने लगे। प्रदर्शन और हाथापाई के बीच परीक्षा देकर छूटे परीक्षार्थियों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ी।
बॉक्स
रजिस्टर पर कर रहे नाम दर्ज
प्रवेश परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों को न सिर्फ मदद की बातें कर रहे थे। बल्कि हाथ में एक रजिस्टर लेकर बकायदा परीक्षार्थी से उसका नाम, पता और कोर्स के बारे में पूरी विस्तृत जानकारी नोट कर रहे हैं। ताकि छात्रसंघ चुनाव के करीब आने पर इन नए प्रवेशार्थियों के घर जाकर कैंपेनिंग किया जा सके।
कैंपस के भीतर कर रहे हैं प्रचार
छात्रसंघ चुनाव की डेट का पता नहीं है, लेकिन छात्र नेताओं ने नए प्रवेशार्थियों पर राजनीतिक रंग छोड़ने की कवायद शुरू कर दी है इसके लिए प्रचार प्रसार भी तेज कर दिया है। यूनिवर्सिटी गेट के बाहर एक तरफ प्रचार प्रसार करते दिखे, वहीं कैंपस के भीतर भी छात्र नेताओं ने दीक्षाभवन से लगाए समाजशास्त्र तिराहा और संवाद भवन चौराहे के पास प्रचार करते दिखे, लेकिन चीफ प्रॉक्टर प्रो। सतीश चंद्र पांडेय ने इन्हें रोकने में असफल नजर आए।
बैनर पोस्टर से पाट दिए शहर
प्रवेश परीक्षा शुरू होने से पहले ही छात्रनेताओं ने शहर के विभिन्न चौराहों को बैनर-पोस्टर से पाट दिया है। बैनर-पोस्टर में हाथ जोड़े नेता जी जहां प्रवेशार्थियों का अभिनंदन करते हुए दिख रहे हैं। वहीं अभी से अपनी राजनीति रोटी सेंकने लगे हैं। वो बात अलग है कि जीतेंगे या हारेंगे। लेकिन छात्र राजनीति में सक्रिय जरूर हो चुके हैं।
कोट्स
मैं जब परीक्षा देकर बाहर निकल रहा था तो कैंपस के भीतर ही कुछ छात्र नेता जबरदस्ती पंपलेट और विजिटिंग कार्ड पकड़ा रहे थे। जबकि ऐसा करने से क्या फायदा होगा? यूनिवर्सिटी प्रशासन को इस पर सख्त कदम उठाना चाहिए।
विशाल, सहारा स्टेट
यूनिवर्सिटी कैंपस के भीतर छात्र नेता अगर इस तरह से अपनी राजनीति कर रहे हैं तो यह गलत है। हेल्प करें कोई मनाही नहीं है। हमारे सीनियर्स हैं लेकिन अभी बहुत टाइम है राजनीति करने के लिए।
दिशा चौधरी, अलीनगर
बीकॉम प्रवेश परीक्षा थी। परीक्षा अच्छी हुई, लेकिन छात्र नेताओं द्वारा इस तरह से अभी से ही प्रचार करना गलत है। इनमें से पता नहीं परीक्षार्थी प्रवेश लेगा भी या नहीं, लेकिन उसका डिटेल्स ले रहे हैं।
दीपांशु, कुशीनगर
सीनियर्स हैं, मोटिवेट कर रहे हैं। अच्छा है, लेकिन तरीका उनका सही नहीं है। ऐसे टाइम पर राजनीति करना सही नहीं है। प्रवेश हो जाने के बाद स्थिति क्लीयर हो जाती है कि कितने स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया है।
कशिश जावेद, घंटाघर
वर्जन
वीसी के आदेश पर किसी भी छात्र नेता को भीतर प्रचार प्रसार करने की इजाजत नहीं है। अगर कोई भी भीतर प्रचार प्रसार करते हुए पाया गया तो उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
- प्रो। सतीश चंद्र पांडेय, चीफ प्रॉक्टर, डीडीयूजीयू
वर्जन
यूनिवर्सिटी गेट के पास किसी भी प्रकार की अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोई भी छात्रनेता हो वह अगर अराजकता फैलाएगा, उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई होगी।
आरपी पांडेय, एसएसपी, गोरखपुर