इकलौते बेटे की मौत से परिवार के लोग सन्नाटे में

ALLAHABAD: जीटीबी नगर में रहने वाले 21 वर्षीय छात्र मुअज्जम अली ने संदिग्ध परिस्थितियों फांसी लगाकर जान दे दी। यह घटना गुरुवार देर रात हुई। इकलौते बेटे के फांसी लगा लेने से पूरा परिवार सन्नाटे में आ गया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने कमरे की छानबीन की लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। परिवार के लोग भी आत्महत्या का कारण नहीं बता सके।

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी का छात्र था

मुअज्जम इलाहाबाद विश्वविद्यालय में बीकॉम फाइनल इयर का छात्र था। उसके पिता मोतीन अहमद नूरुल्ला रोड पर इलेक्ट्रानिक उपकरण की दुकान चलाते हैं। घर में मोतीन की पत्‍‌नी फिरदौस जहां और चार बेटियां हैं। परिजनों ने पुलिस को बताया कि गुरुवार रात खाना खाने के बाद मुअज्जम ने कहा कि वह अपने कमरे में जा रहा है। कुछ देर बाद जब बहन वहां गई तो नहीं मिला। घरवालों ने सोचा शायद कहीं बाहर चला गया। काफी देर बाद भी जब नहीं लौटा तो खोजबीन शुरू हुई। करीब पौने तीन बजे रात मकान के तीसरे मंजिल पर स्थित स्टोर रूम में घरवालों की नजर पड़ी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। मुअज्जम चद्दर को फांसी का फंदा बनाकर पंखे के चुल्ले से लटक रहा था। आनन-फानन ने परिजनो ने उसे नीचे उतारा और निजी अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस का कहना है कि कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। घरवाले भी आत्महत्या के बारे में कुछ नहीं बता पा रहे हैं। छात्र के मोबाइल के जरिए कई जानकारियां जुटाई जा रही है।