-काशी विद्यापीठ में एडमिशन लेने से पहले बन गए छात्रनेता

-कैंपस में करने लगे प्रचार, लगाया होर्डिग्स, फ्लैक्स व पोस्टर

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में इस समय एडमिशन का दौर है। बहुत से ऐसे स्टूडेंट्स हैं जिनका एडमिशन अभी तक नहीं हो सका है लेकिन छात्रसंघ के पदाधिकारी के लिए खुद को दावेदार बताने लगे है। हाल ये है कि छात्रनेता बनकर चुनाव प्रचार में भी जुट गये हैं। यूनिवर्सिटी सहित आसपास के एरिया को पोस्टर, होर्डिग्स व फ्लैक्स से पाट दिया है। यूनिवर्सिटी में एडमिशन लिए बिना ही कैंपस में वोट मांगने लगे हैं। हालांकि प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने कैंपस में लगे छात्रनेताओं के बैनर व पोस्टर को हटवाया है। चीफ प्रॉक्टर ने बैनर व पोस्टर लगाने वाले छात्रों को तीन दिन के अंदर प्रचार सामग्री हटाने को कहा है उसके बाद कार्रवाई की चेतावनी दी है।

चल रही काउंसलिंग

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एडमिशन प्रॉसेस के लिए काउंसलिंग चल रही है। बहुत से भावी दावेदार ऐसे हैं जिन्होंने एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम तो दिया है, लेकिन अभी उन्हें एडमिशन नहीं मिला है। इसके बाद भी कैंडीडेट्स ने चुनाव प्रचार करना शुरू कर दिया है। कैंपस व बाहर लगे पोस्टर, होर्डिग्स, फ्लैक्स व बैनर में उनका नाम व पद की जानकारी दी गयी है।

खर्च कर दिया हजारों

यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने अभी छात्रसंघ इलेक्शन की डेट जारी नहीं की है। बावजूद इसके दावेदार चुनाव प्रचार के नाम पर हजारों रुपये फूंक चुके हैं। प्रचार-प्रसार का यह सिलसिला चुनाव होने तक जारी रहेगा। बहरहाल नियम कानून को ताक पर रख इनके बड़े-बड़े होर्डिग्स व फ्लैक्स सिटी के प्रमुख चौराहों पर देखे जा सकते हैं। यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अपने कैंपस में ही फ्लैक्स, बैनर व पोस्टर लगाने वाले पर कार्रवाई कर सकता है, इसलिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने अभियान स्टार्ट कर दिया है।

वर्जन---

अभियान चला कर छात्रनेताओं के बैनर व पोस्टर को हटाया जा रहा है। बैनर व पोस्टर लगाने वाले अभी कैंपस के स्टूडेंट नहीं है इसलिए यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन अपने स्तर से कार्रवाई नहीं कर पा रहा है। इन कैंडीडेट्स के नाम, फोन नम्बर आदि की जानकारी ले ली गयी है, यदि ये लोग कैंपस में एडमिशन लेने आते हैं तो नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी। एडमिशन लेने से रोका भी जा सकता है।

प्रो। शम्भू उपाध्याय, चीफ प्रॉक्टर

काशी विद्यापीठ