शहर से दूर दराज तक

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के छात्रसंघ के लिए भाग्य आजमा रहे कैंडिडेट्स सिटी के अलावा दूर-दराज गांवों और आसपास के डिस्ट्रिक्ट्स में रहने वाले स्टूडेंट्स से भी वोट मांगने जा रहे हैं। घर पहुंच रहे स्टूडेंट लीडर्स न केवल उनसे अपना समर्थन करने की अपील कर रहे हैं, बल्कि अपनी मजबूत दावेदारी की वकालत भी कर रहे हैं। वे उनसे अपने बारे में बता रहे हैं। वो किस पद पर इलेक्शन लड़ रहे हैं, इसकी भी उन्हें जानकारी दे रहे हैं। अपने को सबसे अच्छा बताने वाले ये लोग रिश्तेदारी और जात-पात का भी हवाला दे रहे हैं। यानि स्टूडेंट्स को पटाने के लिए हर हथकंडा अपनाया जा रहा है।

बड़े से लेकर छोटे तक

ऐसा नहीं कि केवल बड़े पदों पर मैदान में कूदे कैंडिडेट्स ही घर घर हाजिरी लगा रहे हैं बल्कि छोटे पदों पर इलेक्शन लड़ रहे हैं वो भी स्टूडेंट्स के दर पर पहुंच रहे हैं। इनमें फैकल्टी रिप्रेजेंटेटिव को उदाहरण के तौर पर देखा जा सकता है। यूनिवर्सिटी के विभिन्न फैकल्टी के लिए इलेक्शन लड़ रहे स्टूडेंट लीडर का इस समय ज्यादा टाइम फ्रेंड्स के साथ ही बीत रहा है। वो या तो कैंपस में प्रचार कर रहे हैं या वोटर्स के घर पहुंच कर अपने पक्ष में समर्थन मांग रहे हैं।