-चुनाव संचालन समिति ने प्रिंसिपल को पॉजीटिव रिपोर्ट सौंपी

-इलेक्शन की आहट होते ही कैंपस में छात्र संगठन सक्रिय

-सब कुछ ओके, फिर भी लीगल ओपीनियन लेना बाकी

BAREILLY: बीसीबी में स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन कंडक्ट कराने में कोई अड़चन आड़े नहीं आ रहा है, बस कॉलेज अपनी तरफ से इस संबंध में लीगल ओपीनियन लेकर संतुष्ट होना चाहता है। फ्राइडे को चुनाव संचालन समिति ने प्रिंसिपल को अपनी रिपोर्ट सौंप दी, जिसमें इलेक्शन कंडक्ट कराने की सारी संभावनाओं पर उन्होंने पॉजीटिव रिपोर्ट दी है। कॉलेज ने चुनाव संचालन समिति से इलेक्शन कंडक्ट कराने के लिए तीन प्वाइंट पर रिपोर्ट मांगी थी। समिति ने रिपोर्ट तो पॉजीटिव दी है, लेकिन लास्ट ईयर के कोर्ट केस पर कॉलेज एक बार अपने अधिवक्ताओं से लीगल ओपीनियन लेना चाहता है।

प्रत्यक्ष रूप से चुनाव कराने की सिफारिश

लिंगदोह की सिफारिशों में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इलेक्शन कराने का प्रोसीजर दिया गया है। कॉलेज ने सभी पहलुओं का परीक्षण कर यह साफ किया है कि कॉलेज में लिंगदोह के नियमों के आधार पर इलेक्शन कराने में कोई अड़चन नहीं आएगी। पहले भी प्रत्यक्ष चुनाव हुए हैं, इसलिए अब भी प्रत्यक्ष चुनाव ही कराना चाहिए। वहीं कॉलेज ने समिति से एडमिशन की स्थिति भी जानने के लिए कहा था। रिपोर्ट में यह बताया गया है कि कॉलेज के करीब म्0 परसेंट एडमिशन पूरे कर लिए गए हैं। ऐसे में इलेक्शन हुए तो वोटर्स की भी कमी नहीं आएगी। लास्ट ईयर नॉमिनेशन के दौरान बवाल होने की वजह से इलेक्शन कैंसिल कर दिया गया था। इसके बाद हाईकोर्ट में विक्रम गंगवार बनाम सरकार से रिट दायर की गई। रिपोर्ट में यह साफ है कि इस रिट का इस बार के इलेक्शन में कोई फर्क नहीं आना चाहिए। फिर उन्होंने एक बार कॉलेज के अधिवक्ताओं से लीगल ओपीनियन लेने की सिफारिश की है।

स्टूडेंट्स लीडर्स ने शुरू कर दी कंपेनिंग

स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन की आहट होते ही कैंपस में छात्र संगठन सक्रिय हो गए हैं। फ्राइडे को छात्र संगठन समेत कई स्टूडेंट्स लीडर्स कंपेनिंग करते हुए दिखाई दिए गए। एबीवीपी ने बाकायदा अपनी मांग को लेकर कॉलेज में शक्ति प्रदर्शन किया। उनके मेंबर्स ने कॉलेज में घूम-घूम कर प्रदर्शन किया। सछास के भी कई स्टूडेंट्स स्टूडेंट्स से मिलकर कैंपेनिंग करते हुए दिखाई दिए। इनके अलावा एनएसयूआई, अम्बेडकर छात्र मोर्चा के सभी स्टूडेंट्स लीडर्स ने कैंपस में कंपेनिंग शुरू कर दी।