छात्रसंघ चुनाव में इस बार डीएवी में स्टूडेंट्स को नोटा का ऑप्शन्स नहीं

-पिछले वर्ष नोटा की रही थी निर्णायक भूमिका

डीबीएस, एसजीआरआर, एमकेपी पीजी कॉलेज में मिलेगा नोटा का विकल्प

देहरादून

छात्रसंघ चुनाव में इस बार डीएवी पीजी कॉलेज में स्टूडेंट्स को नोटा का ऑप्शन्स नहीं मिलेगा। ऐसे में चुनाव में मुकाबला रोमांचक हो सकता है। डीएवी पीजी कॉलेज में नोटा न होने से छात्र संगठनों के लिए मुश्किलें भी खड़ी हो सकती है। हालांकि डीबीएस, एसजीआरआर, एमकेपी में चुनाव में नोटा का विकल्प रखा गया है। वर्ष 2017 के छात्रसंघ चुनाव में डीएवी में एबीवीपी के लिए जीत का रास्ता नोटा ने तैयार किया था। डीएवी में अध्यक्ष पद पर एबीवीपी के शुभम ने 35 वोटों से जीत दर्ज की थी, जबकि 37 नोटा दर्ज किए गए थे।

एक प्रत्याशी को देना ही होगा वोट

नोटा का विकल्प न होने हर स्टूडेंट्स को अपना वोट किसी एक प्रत्याशी के पक्ष में देना ही होगा। वर्ष 2017 से छात्रसंघ चुनाव में मतदान प्रक्रिया में नोटा को भी शामिल किया गया था, जिसमें वोटर को अगर किसी भी प्रत्याशी को वोट नहीं देना हो तो वह नोटा का इस्तेमाल कर सकता था। इसके लिए सभी पीजी कॉलेजेज ने मतपत्र में नोटा का विकल्प दिया था। लेकिन इस बार सिर्फ डीएवी पीजी कॉलेज में नोटा का विकल्प नहीं दिया गया है। डीएवी के मुख्य चुनाव अधिकारी डा। डीके त्यागी ने बताया कि इस बार मतपत्र में नोटा का विकल्प नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस बाबत उच्च अधिकारियों ने दिशा-निर्देश मिल चुके हैं।

7 हजार से ज्यादा एडमिशन

डीएवी पीजी कॉलेज में वेडनसडे तक 7 हजार से ज्यादा एडमिशन हो चुके हैं। 3 सितंबर को अंतिम दिन कॉलेज में 1500 स्टूडेंट्स ने एडमिशन लिया था। जिनका आईकार्ड 6 सिंतबर तक जारी कर दिए जाएंगे। इसके बाद 6 सितंबर को दोपहर बाद डीएवी में वोटर लिस्ट जारी की जाएगी।

नोटा 37 जीत 35 वोट से

डीएवी पीजी कॉलेज के छात्रसंघ चुनाव में वर्ष 2017 के चुनाव में एबीवीपी ने लगातार 11वीं बार चुनाव जीता था। रोमांचक मुकाबले में एबीवीपी के शुभम सिमल्टी ने एनएसयूआई के प्रत्याशी विकास नेगी को 35 वोटों से हराया था। शुभम सिमल्टी को 1346 जबकि विकास नेगी 1311 वोट मिले थे। इस चुनाव में 37 स्टूडेंट्स ने नोटा का विकल्प चुना था। जिस वजह से नोटा एबीवीपी के लिए संजीवनी साबित हुई थी।

वर्जन

छात्र संघ चुनाव में इस बार नोटा का विकल्प नहीं दिया गया है। इस बाबत उच्च अधिकारियों से निर्देश प्राप्त हुए हैं।

डा। डीके त्यागी, मुख्य चुनाव अधिकारी, डीएवी पीजी कॉलेज