रिजल्ट व एडमिशन के चक्कर में अटका इलेक्शन

ALLAHABAD: ईसीसी में छात्रसंघ चुनाव का बिगुल 10 सितंबर के बाद ही बजेगा। हालांकि, कैंपस में चुनाव का माहौल बन चुका है और भावी प्रत्याशी अपनी तैयारियों में लग चुके हैं। चुनाव में देरी की वजह परास्नातक कक्षाओं में प्रवेश और कुछ रिजल्ट का पेंडिंग होना बताया जा रहा है।

सबसे पहले होता है यहां चुनाव

बता दें कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और उससे जुड़े डिग्री कॉलेजेस में नए सत्र के लिए छात्रसंघ का चुनाव होना है। इसकी शुरुआत ईसीसी कॉलेज से ही होती है। हर बार की तरह अबकी बार भी ईसीसी में चुनावी पारा सबसे पहले ही चढ़ता नजर आ रहा है। कॉलेज ने कुछ समय पूर्व जारी सूचना में कहा था कि छात्रसंघ का चुनाव सितम्बर के पहले सप्ताह में करवाया जाएगा लेकिन रविवार तक इसकी कोई ऑफिसियल जानकारी नहीं दी गई।

पीजी एडमिशन है देरी की वजह

कॉलेज में चुनाव में देरी की बड़ी वजह पहली बार यहां पोस्ट ग्रेजुएट का एडमिशन होना है। यहां पीजी में एडमिशन की लास्ट डेट 10 सितम्बर है। यानी इसके बाद ही चुनाव होंगे। कॉलेज में अभी सेकेंड एग्जाम का रिजल्ट भी नहीं घोषित हो सका है। यदि इलेक्शन पहले होता तो छात्र इससे वंचित हो जाते।

दो चरण में होना है चुनाव

इसके बाद भी चुनावी प्रक्रिया इसी महीने पूरी हो जाएगी, इसमें कोई संदेह नहीं है। बता दें कि ईसीसी में चुनाव दो चरण में संपन्न करवाया जाता है। पहले चरण में क्लासवाइज रिप्रजेंटेटिव्स चुने जाते हैं। चुने हुए छात्रों के प्रतिनिधि छात्रसंघ पदाधिकारियों अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री, संयुक्त सचिव, सांस्कृतिक मंत्री और कोषाध्यक्ष का चुनाव करते हैं।

रिजल्ट घोषित होने और एडमिशन पूरा होते ही चुनाव की घोषणा कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पूरी प्रक्रिया 30 सितम्बर से पहले पूरी हो जाएगी।

डॉ। उमेश प्रताप सिंह

उप चुनाव अधिकारी, ईसीसी